उदयपुर, राजस्थान: समिधा दृष्टि-दिव्यांग मिशन के तत्वावधान में बुधवार को कृषि उपज मंडी प्रांगण, उदयपुर में राजस्थान राज्य स्तरीय दृष्टिबाधित शतरंज प्रतियोगिता का भव्य शुभारंभ हुआ। इस आयोजन में विशेष अतिथि के रूप में पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया उपस्थित रहे।राज्यपाल श्री कटारिया ने अपने करकमलों से कार्यक्रम का शुभारंभ किया और प्रतियोगिता में भाग लेने वाले समस्त प्रतिभागियों को हार्दिक शुभकामनाएं प्रदान कीं। उन्होंने दृष्टिबाधित खिलाड़ियों की प्रतिभा, समर्पण और मानसिक दृढ़ता की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन समाज में समावेशिता और समान अवसरों को बढ़ावा देते हैं।
उन्होंने कहा, “शारीरिक चुनौतियाँ कभी भी आत्मबल और प्रतिभा के सामने बाधा नहीं बन सकतीं। ये खिलाड़ी हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।” उन्होंने आयोजन समिति और समिधा दृष्टि-दिव्यांग मिशन को इस प्रेरणादायक पहल के लिए बधाई दी। प्रतियोगिता में राज्यभर से आए दर्जनों दृष्टिबाधित शतरंज खिलाड़ियों ने भाग लिया। आयोजन स्थल पर विशेष रूप से दृष्टिबाधितों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गईं। आयोजकों द्वारा प्रतिभागियों के लिए आवास, भोजन, आवागमन सहित हर सुविधा का समुचित प्रबंधन किया गया।
समिधा दृष्टि-दिव्यांग मिशन के पदाधिकारियों ने बताया कि इस प्रतियोगिता का उद्देश्य दृष्टिबाधित प्रतिभाओं को मुख्यधारा में स्थान देना और उन्हें मानसिक खेलों में आगे बढ़ने का मंच प्रदान करना है। उन्होंने बताया कि विजेताओं को प्रमाण पत्रों एवं पुरस्कारों के साथ राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भागीदारी के अवसर भी उपलब्ध कराए जाएंगे। कार्यक्रम में शहर के अनेक गणमान्य नागरिक, सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि, जनप्रतिनिधि एवं दिव्यांगजन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। सभी ने इस आयोजन को सामाजिक समरसता और समानता की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास बताया। इस अवसर पर प्रेरणादायक कहानियों और जीवन संघर्षों को साझा करते हुए कई खिलाड़ियों ने मंच से अपने अनुभव भी बताए, जिनसे उपस्थित जनमानस भावविभोर हो गया।