जयपुर, 18 अप्रैल 2025 जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आज एक विशेष अग्नि सुरक्षा मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। यह अभ्यास एयरपोर्ट के नए डिपार्चर एरिया में किया गया, जिसमें आग लगने की संभावित स्थिति का सिमुलेशन (simulation) कर उसे नियंत्रित करने की कार्रवाई की गई।
इस ड्रिल के दौरान एयरपोर्ट की अग्निशमन शाखा, CISF (सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स) के जवानों और अन्य संबंधित कर्मचारियों ने हिस्सा लिया। इस अभ्यास का उद्देश्य किसी वास्तविक आपदा की स्थिति में कर्मचारियों की तत्परता और समन्वय क्षमता को परखना था।
साथ ही, इस अवसर पर फायर सेफ्टी अवेयरनेस कार्यक्रम भी आयोजित किया गया, जिसमें कर्मचारियों और यात्रियों को आग से बचाव, आपातकालीन निकासी प्रक्रियाओं, और प्राथमिक सहायता उपायों की जानकारी दी गई।
इस प्रकार की मॉक ड्रिल्स का आयोजन इसलिए किया जाता है ताकि कोई वास्तविक आग लगने की स्थिति उत्पन्न हो तो उससे तुरंत और प्रभावी तरीके से निपटा जा सके। जयपुर एयरपोर्ट का नया डिपार्चर एरिया एक व्यस्त और संवेदनशील क्षेत्र है, जहाँ हजारों यात्री प्रतिदिन आते-जाते हैं।
– आग लगने की स्थिति को कृत्रिम रूप से उत्पन्न किया गया।
– अलार्म बजाए गए और आपातकालीन प्रक्रिया शुरू की गई।
– फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुँचकर आग पर काबू पाने का प्रदर्शन किया।
– यात्रियों की सुरक्षित निकासी (evacuation) की प्रक्रिया को प्रदर्शित किया गया।
– सुरक्षा कर्मचारी प्रशिक्षित और तैयार हैं।
– फायर सेफ्टी सिस्टम सही तरीके से कार्य कर रहा है।
– यात्रियों और कर्मचारियों को जागरूक किया जा सके।