गुजरात के केवड़िया में चल रहे राजस्थान बीजेपी विधायकों के प्रशिक्षण शिविर ने इन दिनों राजनीतिक अटकलों को तेज कर दिया है। खासकर केंद्रीय मंत्री और अलवर से सांसद भूपेंद्र यादव की लगातार मौजूदगी ने यह सवाल खड़ा कर दिया है—क्या वे भारतीय जनता पार्टी के अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने जा रहे हैं?
कार्यक्रम में वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी तो स्वाभाविक थी, लेकिन दिल्ली से उनके साथ सिर्फ भूपेंद्र यादव का पहुंचना एक बड़ा संकेत माना जा रहा है। इस आयोजन में राजस्थान से केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुनराम मेघवाल या भागीरथ चौधरी जैसे नेता पहले दिन नजर नहीं आए, जबकि भूपेंद्र यादव हर प्रमुख गतिविधि का केंद्र बने रहे।
फोटो सेशन में मिला खास स्थान
स्टेच्यू ऑफ यूनिटी विजिट के दौरान खींची गई एक तस्वीर ने राजनीतिक हलचल को और हवा दी। तस्वीर में जेपी नड्डा के एक ओर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा दिखे, तो दूसरी ओर भूपेंद्र यादव खड़े नजर आए। प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ इस क्रम में तीसरे स्थान पर दिखाई दिए। इससे यह संदेश गया कि भूपेंद्र यादव की भूमिका संगठन में और मजबूत हो रही है।
चेहरे पर आत्मविश्वास, भूमिका में बढ़त
कार्यक्रम के दौरान भूपेंद्र यादव का सौम्य और आत्मविश्वासी चेहरा बार-बार कैमरों की नजरों में आया। कई विश्लेषक मानते हैं कि उनके आत्मविश्वास का स्रोत यही हो सकता है कि शीर्ष नेतृत्व में उनकी ताजपोशी को लेकर सहमति बन चुकी है। भूपेंद्र यादव का संगठनात्मक अनुभव, कानूनी पृष्ठभूमि और राजस्थान से गहरी जमीनी पकड़ उन्हें एक उपयुक्त उम्मीदवार बनाते हैं। यदि वे राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते हैं, तो यह भाजपा के संगठनात्मक संतुलन और आगामी रणनीति का अहम संकेत होगा।
क्या संकेत पर्याप्त हैं?
हालांकि भाजपा औपचारिक रूप से इस पर कुछ नहीं कह रही, लेकिन केवड़िया की तस्वीरें और मंच पर भूपेंद्र यादव की उपस्थिति कुछ गहरी रणनीति की ओर इशारा जरूर कर रही हैं।