वर्ष 2022 में ऋषिकेश स्थित वानंत्रा रिज़ॉर्ट में 19 वर्षीय रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की हत्या ने पूरे देश को झकझोर दिया था। अब मई 2025 में अदालत ने तीनों आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। लेकिन यह फैसला आने के बाद भी इस केस से जुड़े कई अहम सवाल आज तक अनुत्तरित हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि वह कथित ‘VIP’ कौन था, जिससे अंकिता को “विशेष सेवा” देने का दबाव बनाया जा रहा था, और जिसके साथ सोने से इनकार करने पर उसकी जान ले ली गई?
जांच एजेंसियों और SIT की चार्जशीट में इस VIP का नाम कभी सामने नहीं आया। पुलिस ने इस एंगल को पूरी तरह नजरअंदाज किया और बार-बार यही कहा कि इसके कोई ठोस प्रमाण नहीं हैं। लेकिन स्थानीय लोगों, पत्रकारों और सोशल मीडिया पर यह चर्चा बनी रही कि यह व्यक्ति कोई राजनेता, रसूखदार अधिकारी या किसी प्रभावशाली परिवार का सदस्य हो सकता है।
इस केस के एक आरोपी, पुलकित आर्य, जो एक पूर्व भाजपा नेता का बेटा है, अदालत में पेशी के समय हंसते हुए पुलिस जीप में बैठा दिखाई दिया। यह व्यवहार उस विश्वास को दर्शाता है कि शायद कानून का शिकंजा उसे कभी पूरी तरह नहीं कस पाएगा। अंकिता के पिता ने साफ कहा है कि उन्हें केवल आजीवन कारावास नहीं, बल्कि दोषियों के लिए फांसी की सजा चाहिए।
अब यह मामला नैनीताल हाईकोर्ट और फिर संभवतः सुप्रीम कोर्ट जाएगा। लोगों में यह आशंका है कि कहीं यह केस भी अन्य हाई-प्रोफाइल मामलों की तरह दबा न दिया जाए। जब तक उस VIP का नाम सामने नहीं आता, तब तक न्याय अधूरा रहेगा। देश को सच्चाई जानने का पूरा हक है।