NMF की यह ग्राउंड रिपोर्ट बताती है कि किस तरह से हिंदुओं के घरों को चुन-चुनकर टारगेट किया जाता है। साजिश में तृणमूल कांग्रेस के नेता भी शामिल बताए जा रहे हैं। हिंदुओं के घरों को टारगेट किया जाता है, दंगाइयों के ऊपर प्रतिक्रिया की जाती है, लेकिन दंगाई भागने से पहले हिंदुओं के घरों पर निशान छोड़कर जाते हैं ताकि अगली बार जब दूसरे दंगाई आएं तो उन्हें पता चल सके कि कौन सा मुसलमान का घर है और कौन सा हिंदू का घर है। काफी हिंदू यहां से पलायन करके दूसरे स्टेट भाग चुके हैं।
दवकी (Dawki) मेघालय का एक और वीडियो सामने आया है जिसमें बताया जा रहा है कि किस तरह से बांग्लादेश और इंडिया की बॉर्डर पर सिक्योरिटी ना के बराबर है और अवैध पलायन करना कितना आसान है। अगर पश्चिम बंगाल को बांग्लादेश बनने से रोकना है तो पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू करना बहुत जरूरी है। राज्यसभा के पूर्व सदस्य मिथुन चक्रवर्ती ने गृहमंत्री अमित शाह से बार-बार बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की विनती की है। इस बार भी उन्होंने राष्ट्रपति शासन लगाने की गुजारिश की है।
दूसरी समस्या यह भी है कि जितने भी प्रोटेस्ट हिंदुओं के बचाव में हो रहे हैं और जो मीडिया में सर्कुलेट हो रहे हैं, वह बीजेपी के झंडे के तले हो रहे हैं। यानी हिंदुओं को सीधा-सीधा भाजपा से जोड़कर देखा जा रहा है। इस कारण वश यह मुद्दा भाजपा वर्सेस मुसलमान ज्यादा देखा जा रहा है, ना कि हिंदुओं के शोषण के रूप में।