अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय इकाई द्वारा कुलपति डॉ. अरुण कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं। हालांकि, उपलब्ध स्रोतों में डॉ. अरुण कुमार की नियुक्ति सितंबर 2022 में राज्यपाल कलराज मिश्र द्वारा की गई थी, और उनके कार्यकाल के दौरान विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित करने जैसे सकारात्मक कार्य किए हैं। प्रदर्शन के अंत में प्रतिनिधिमंडल ने मंत्री सुमित गोदारा को ज्ञापन सौंपा और विश्वविद्यालय में व्याप्त अव्यवस्थाओं, वित्तीय अनियमितताओं और छात्रों के साथ हो रहे अन्याय पर त्वरित कार्रवाई की मांग की।
छात्रों का यह आंदोलन लगातार 18 दिनों से जारी है। इस क्रम में छात्रों ने राजस्थान सरकार की सद्बुद्धि के लिए कैबिनेट मंत्री सुमित गोदारा के कार्यालय के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ किया। इस प्रतीकात्मक विरोध के दौरान छात्रों ने जोरदार नारेबाज़ी करते हुए कुलपति को तत्काल पद से हटाने की मांग दोहराई।
छात्रों का कहना है कि जब तक कुलपति को हटाया नहीं जाता और विश्वविद्यालय में पारदर्शी व जवाबदेह प्रशासन सुनिश्चित नहीं होता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। हालांकि, भ्रष्टाचार से संबंधित विशिष्ट आरोपों की पुष्टि के लिए विस्तृत जांच या आधिकारिक बयान की आवश्यकता है।