जयपुर: राजस्थान में उपनिरीक्षक (SI) भर्ती 2021 में पेपर लीक और डमी अभ्यर्थियों के मामलों ने एक बार फिर से पुलिस भर्ती की पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हाल ही में जालौर की समेता कुमारी को गिरफ्तार किया गया है, जिसने अपने स्थान पर संगीता विश्नोई को डमी बनाकर परीक्षा दिलवाई थी। समेता कुमारी की गिरफ्तारी 12 मई 2025 को हुई है।
एसओजी द्वारा जारी प्रेस नोट के अनुसार, समेता कुमारी ने 14 सितंबर 2021 को हुई लिखित परीक्षा में डमी बैठाकर उपनिरीक्षक के पद पर चयन प्राप्त किया। इस प्रकरण में पुलिस थाना एसओजी, जयपुर में मुकदमा संख्या 10/2024 दर्ज है। समेता के खिलाफ साक्ष्य मिलने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
एडीजी वी.के. सिंह के अनुसार अब तक इस भर्ती घोटाले में 51 प्रोबेशनर SI सहित कुल 103 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। यह गिरफ्तारी जालौर जिले में हुई है, जहां अकेले 100 से अधिक फर्जी अभ्यर्थियों की पहचान की गई, लेकिन अब तक केवल 1 गिरफ्तारी ही हो सकी है, बाकी 99 अभी भी फरार हैं।
इस बड़े खुलासे के बाद युवाओं में आक्रोश है। सोशल मीडिया पर और कई छात्र संगठनों द्वारा यह मांग की जा रही है कि SI भर्ती 2021 को तत्काल रद्द किया जाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो। छात्र नेताओं का कहना है कि जब इतनी बड़ी संख्या में फर्जी अभ्यर्थी भर्ती में शामिल हुए हैं और जांच अभी भी अधूरी है, तो इस भर्ती को वैध नहीं माना जा सकता। अगर सरकार ने जल्द निर्णय नहीं लिया तो प्रदेशभर में आंदोलन की चेतावनी भी दी गई है।
प्रशासन की ओर से कहा गया है कि मामले की जांच तेजी से की जा रही है और सभी दोषियों को जल्द पकड़ने की कोशिश की जा रही है। लेकिन लगातार सामने आ रहे घोटालों ने युवाओं के भरोसे को गहरा झटका दिया है।