राजस्थान, 22 मई 2025: राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) ने आज कक्षा बारहवीं के परीक्षा परिणामों की घोषणा नागौर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की। परिणामों की इस औपचारिक घोषणा के अवसर पर राज्य के शिक्षा जगत, छात्र-छात्राओं एवं अभिभावकों में विशेष उत्साह देखा गया। परीक्षा परिणाम घोषित करने के पश्चात् शिक्षा विभाग की ओर से तीनों प्रमुख संकाय आर्ट्स, साइंस और कॉमर्स—के दो-दो टॉपर्स से सीधा संवाद किया गया। इन मेधावी छात्राओं से व्यक्तिगत बातचीत कर उन्हें उनकी उपलब्धियों पर हार्दिक बधाई और उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी गईं।
बेटियों ने लहराया परचम, तीनों संकायों में शीर्ष स्थान पर छात्राएं
इस वर्ष का परिणाम न केवल शैक्षणिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण रहा, बल्कि यह सामाजिक रूप से भी प्रेरणादायक बन गया है। विज्ञान, वाणिज्य और कला—तीनों संकायों में छात्राओं ने शीर्ष स्थान प्राप्त कर यह सिद्ध कर दिया कि बेटियां हर क्षेत्र में अग्रणी हैं।
आर्ट्स संकाय की टॉपर्स: अनुप्रिया राठौड़ – 99.60%, प्रगति अग्रवाल – 99.60%, प्रियंका – 99.60%, उर्मिला – 99.60%,चारों छात्राओं ने एक समान अंक प्राप्त कर राज्य की आर्ट्स स्ट्रीम में टॉप किया। उनकी सफलता ने यह भी दिखाया कि प्रतिस्पर्धा स्वस्थ हो सकती है और समूह में सीखने की भावना उत्कृष्ट परिणाम दे सकती है।
कॉमर्स संकाय की टॉपर: कंगना – 99.20%
कंगना की सफलता ने इस बात को फिर सिद्ध किया है कि कॉमर्स स्ट्रीम में भी लड़कियां तेजी से नेतृत्व की भूमिका में आ रही हैं और करियर की दृष्टि से इस क्षेत्र को भरपूर अवसरों वाला बना रही हैं।
साइंस संकाय की टॉपर: प्रीति – 99.80%
प्रीति ने विज्ञान संकाय में टॉप कर भविष्य की वैज्ञानिक बनने की ओर पहला मजबूत कदम रखा है। उनकी उपलब्धि ने यह संदेश दिया है कि विज्ञान और तकनीकी शिक्षा में भी बालिकाएं अग्रणी भूमिका निभा सकती हैं।
राज्य स्तर पर सफलता का परचम:
इस वर्ष राजस्थान बोर्ड की परीक्षा में कुल परिणाम प्रतिशत बढ़ा है और बालिकाओं का सफलता प्रतिशत बालकों से अधिक रहा है। यह सामाजिक बदलाव और शिक्षा के क्षेत्र में लैंगिक समानता की दिशा में एक महत्वपूर्ण संकेत है।
मेधावी छात्राओं के लिए योजनाएं:
राज्य सरकार द्वारा मेधावी छात्राओं के लिए विशेष छात्रवृत्तियों और करियर काउंसलिंग सेशन की भी घोषणा की गई है। शिक्षा में गुणवत्तापूर्ण सुधार के लिए बोर्ड द्वारा ‘शिक्षा सुधार अभियान’ भी चलाया जा रहा है, जिसमें इन टॉपर्स को प्रेरणा स्रोत के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। आज घोषित परिणामों ने न केवल विद्यार्थियों की मेहनत को सम्मानित किया है, बल्कि यह एक प्रेरणा बनकर सामने आया है कि किस प्रकार शिक्षा के माध्यम से बेटियां समाज में नेतृत्व की भूमिका निभा सकती हैं।