कोटा नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष लव शर्मा पर गंभीर आरोप लगाते हुए मनीष ओझा की पत्नी शोभना शर्मा ने कहा है कि उनके पति की फेसबुक पोस्ट से नाराज होकर उनके घर में पुलिस भेजी गई और बिना वारंट के दो मोबाइल जबरन उठा लिए गए। यह कार्रवाई भीमगंज मंडी थाने की पुलिस द्वारा की गई, जिसमें हिस्ट्रीशीटर अनिल ठाकुर की भी भूमिका बताई जा रही है। आरोप है कि यह सब कुछ लव शर्मा के इशारे पर किया गया।
शोभना शर्मा ने पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल को बताया कि मोबाइल में बैंक से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां और बेटी की पढ़ाई से संबंधित डेटा था। मोबाइल जब्त होने से उन्हें फ्रॉड का खतरा और बेटी की शिक्षा प्रभावित होने की चिंता है। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर आमजन में रोष है। लोगों का कहना है कि “ऐसे लोग अपनी पावर का गलत इस्तेमाल करते हैं। इन्हें समझना चाहिए कि वे जनता के सेवक हैं, मालिक नहीं।”
शहर में यह सवाल उठ रहा है कि क्या अब सोशल मीडिया पर अपनी राय रखने पर इस तरह की कार्रवाई होगी? क्या अभिव्यक्ति की आज़ादी खतरे में है? कोटा पॉलिस से मांग की जा रही है कि वे संविधान और कानून के दायरे में काम करें और आम नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करें। घटना ने जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारियों और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन इस मुद्दे पर क्या रुख अपनाता है।