अलवर जंक्शन पर यात्रियों और स्थानीय जनता के बीच निराशा का माहौल तब गहराया जब यह स्पष्ट हुआ कि केंद्र सरकार की तमाम योजनाओं और वादों के बावजूद अलवर जिले में रेलवे के बड़े विकास कार्य अब तक जमीन पर नहीं उतर सके हैं। स्थानीय नागरिकों और यात्रियों ने माननीय सांसद भूपेन्द्र यादव से मांग की है कि वे इस दिशा में ठोस पहल करें। लोगों का कहना है कि केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से सांसद की मुलाकात के बावजूद न तो कोई नई ट्रेन मिली है और न ही कोई बड़ा रेल प्रोजेक्ट अलवर के लिए घोषित किया गया है।
अलवर जैसे औद्योगिक और ऐतिहासिक महत्व वाले ज़िले को आज भी सीमित रेल सेवाओं और अधूरी बुनियादी सुविधाओं के भरोसे चलाया जा रहा है। खासकर अलवर-मथुरा रेल खंड में लंबे समय से नई ट्रेनों की आवश्यकता महसूस की जा रही है, लेकिन अब तक इस पर कोई ठोस निर्णय नहीं हो सका है। स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों का मानना है कि यदि इस क्षेत्र में नई ट्रेन सेवाएं शुरू की जाएं और आधुनिक रेलवे परियोजनाएं चलाई जाएं, तो पर्यटन, व्यापार और रोजगार के नए द्वार खुल सकते हैं।
जनता ने भूपेन्द्र यादव से अपील की है कि वे अलवर के रेलवे विकास से जुड़े प्रस्तावों को जल्द मंजूरी दिलवाएं और केंद्रीय रेल मंत्री से संवाद कर जिले को अपेक्षित सुविधाएं दिलवाने में भूमिका निभाएं। जनप्रतिनिधि इस सार्वजनिक मांग को कितनी गंभीरता से लेते हैं ? अलवर रेलवे के विकास को कितनी गति मिलती है ?