उदयपुर, राजस्थान: सौर भौतिकी के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्यातिप्राप्त विशेषज्ञ प्रो. एंड्रयू हिलियर, यूनिवर्सिटी ऑफ एक्सेटर (यूके) से, हाल ही में उदयपुर सोलर ऑब्जर्वेटरी (USO) पहुँचे। यह वेधशाला फिजिकल रिसर्च लेबोरेटरी (PRL), अहमदाबाद के अधीन संचालित होती है और भारत की अग्रणी सौर अनुसंधान संस्थाओं में से एक मानी जाती है।अपने दौरे के दौरान, प्रो. हिलियर ने वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं को एक अत्यंत विचारोत्तेजक व्याख्यान दिया, जिसका विषय था (केल्विन-हेल्महोल्त्ज़ अस्थिरता और सौर वातावरण में उत्पन्न अशांति)
केल्विन-हेल्महोल्त्ज़ अस्थिरता क्या है?
जब दो परतें जैसे द्रव या गैस अलग-अलग गति से बहती हैं, तब उनके आपसी संपर्क से एक अस्थिर स्थिति उत्पन्न होती है, जिसे केल्विन-हेल्महोल्त्ज़ अस्थिरता कहते हैं। पृथ्वी पर हम इसका उदाहरण बादलों में लहरदार संरचनाओं या समुद्र की सतह पर उठती लहरों में देख सकते हैं। सूर्य पर, यह अस्थिरता सूर्य के वायुमंडल में प्लाज़्मा की विभिन्न गति वाली परतों के बीच होती है।
इसका वैज्ञानिक महत्व
सूर्य का ऊपरी वायुमंडल, जिसे कोरोना कहते हैं, असामान्य रूप से अत्यधिक गर्म होता है, जबकि सूर्य की सतह अपेक्षाकृत ठंडी होती है। यह विरोधाभास अब तक वैज्ञानिकों के लिए एक रहस्य बना हुआ है। केल्विन-हेल्महोल्त्ज़ अस्थिरता और इससे उत्पन्न होने वाली अशांति (टर्बुलेंस) इस ऊर्जा अंतरण को समझने में मदद करती है। प्रो. हिलियर ने बताया कि इन प्रक्रियाओं के अध्ययन से हम कोरोनल हीटिंग और सौर हवाओं की उत्पत्ति जैसी जटिल घटनाओं को समझ सकते हैं।
भारतीय वैज्ञानिक समुदाय में उत्साह
USO और PRL के वैज्ञानिकों ने इस व्याख्यान को अत्यंत उपयोगी और प्रेरणादायक बताया। इस तरह के संवाद भारतीय सौर विज्ञान को न केवल वैश्विक स्तर की जानकारी से जोड़ते हैं, बल्कि नए शोधकर्ताओं को भी गहन अध्ययन की दिशा में प्रोत्साहित करते हैं।
भविष्य की दिशा
ऐसे अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक दौरे और विचार-विमर्श भारत के युवाओं को सौर अनुसंधान की अग्रिम तकनीकों से जोड़ते हैं। प्रो. हिलियर का यह दौरा भारतीय वैज्ञानिकों के लिए सीखने और सहयोग का महत्वपूर्ण अवसर रहा। प्रो. एंड्रयू हिलियर का यह दौरा भारतीय सौर अनुसंधान क्षेत्र में वैश्विक सहयोग और ज्ञान के आदान-प्रदान का प्रतीक बन गया है। उनका व्याख्यान इस क्षेत्र में गहराई से अनुसंधान करने की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम साबित हुआ।