अजमेर: पुलिस लाइन डिस्पेंसरी में आरजीएचएस कार्डधारक बुजुर्ग पेंशनर्स को इलाज और दवा के लिए बैरंग लौटाया जा रहा है। पेंशनर्स से आधार कार्ड और आरजीएचएस कार्ड की अनावश्यक मांग की जा रही है, जबकि वे वर्षों से बिना इन दस्तावेजों के दवा लेते आ रहे हैं। अब बीपी और डायबिटीज जैसी सामान्य बीमारियों की दवा के लिए निजी सेंटरों से जांच कराने का दबाव डाला जा रहा है और जेएलएन अस्पताल भेजा जा रहा है।
संयुक्त निदेशक का बयान:
“पिछले कुछ दिनों से शिकायतें मिल रही हैं। सोमवार को इस पर निर्णय लिया जाएगा।”
— डॉ. संपतसिंह जोधा, जेडी, अजमेर जोन
बीते एक सप्ताह से पेंशनर्स को लगातार परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शुक्रवार को रिटायर्ड तहसीलदार ओम प्रकाश शर्मा, अकाउंट ऑफिसर राम अवतार विजय, द्वारका प्रसाद माथुर सहित कई पेंशनर्स डिस्पेंसरी पहुंचे, लेकिन उन्हें उचित परामर्श और दवा नहीं मिल पाई।
पेंशनर्स का कहना है कि पहले केवल आरजीएचएस नंबर पर दवा मिल जाती थी और जांच भी यहीं कर दी जाती थी, पर अब बार-बार जेएलएन अस्पताल भेजा जा रहा है। इससे नाराज़ पेंशनर्स और पार्षदों ने संयुक्त निदेशक डॉ. संपतसिंह जोधा को शिकायत भेजी है।