6 साल पहले वादा किया था। हाल ही में वादा निभाते हुए कोटा में सीआरपीएफ जवान हेमराज मीणा(शहीद) की बेटी की शादी में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने मायरा की रस्म निभाई। विवाह समारोह में ओम बिरला ने शहीद जवान की बेटी के परिवार के साथ अपनी जिम्मेदारी निभाई। CRPF जवान पुलवामा अटैक में शहीद हुए थे। 6 साल पहले ओम बिरला ने उनकी बेटी की शादी में भाई की जिम्मेदारी निभाने का वादा किया था।
आर्मी शहादत को नहीं भूलती
इससे पहले, राजस्थान के अलवर जिले के दुब्बी गांव में सीआरपीएफ के जवानों ने शहीद कांस्टेबल राकेश कुमार मीना की बेटी सारिका मीना की शादी में पिता और भाई की भूमिका निभाई थी। राकेश मीना 2010 में छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों से लड़ते हुए शहीद हो गए थे। शादी में सीआरपीएफ के जवानों ने कन्यादान किया, दुल्हन को स्टेज तक पहुंचाया और अन्य रस्में अदा की थी। इस भावुक घटना ने पूरे देश को प्रभावित किया। जम्मू के कठुआ में देश के लिए शहीद होने वाले सीआरपीएफ जवान सतीश कुमार की बेटी की जब डोली उठी तो पिता की कमी को सीआरपीएफ के जवानों ने छातर में पहुंच कर हर रस्म निभाकर पूरा किया था। सतीश कुमार मार्च 2015 में शहीद हो गए थे।