अजमेर में आठ महीने बाद एक बार फिर कुख्यात पारदी गैंग की गतिविधियां सामने आई हैं। मध्यप्रदेश से ताल्लुक रखने वाला यह गैंग चोरी और गंभीर आपराधिक वारदातों के लिए कुख्यात है। हाल ही में गैंग ने शहर की ज्ञान विहार कॉलोनी में चोरी की वारदात को अंजाम दिया, वहीं अलखनंदा कॉलोनी में रेकी करते हुए गिरोह के सदस्य सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए।
ज्ञान विहार कॉलोनी में चोरी, 80 हजार का माल ले उड़े चोर
रविवार तड़के हरिभाऊ उपाध्याय थाना क्षेत्र स्थित ज्ञान विहार कॉलोनी में चोरों ने एक घर को निशाना बनाया। कॉलोनी निवासी शशि कुमार शर्मा के घर में पीछे स्थित खाली प्लॉट के रास्ते से तीन चोर घुसे। चोरों ने घर में सो रहे परिवार को कमरे में बंद कर दिया और करीब 20 हजार रुपये नकद और गहनों समेत 80 हजार रुपये का माल लेकर फरार हो गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
अलखनंदा कॉलोनी में वारदात की कोशिश नाकाम
शनिवार रात आदर्श नगर थाना क्षेत्र की अलखनंदा कॉलोनी में छह संदिग्ध चोरों ने वारदात की कोशिश की। गिरोह के सदस्यों ने पहले इलाके में रेकी की और फिर दो मकानों में खिड़कियों के जरिए घुसने की कोशिश की। लेकिन, कुत्तों के भौंकने और जाग होने के कारण वे मौके से भाग गए। यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई।
पुलिस अलर्ट, विशेष टीम गठित
अजमेर एसपी वंदिता राणा ने बताया कि, “सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध लोग दिखाई दिए हैं। प्रथम दृष्टया पारदी गैंग होने का शक है। जांच जारी है और विशेष टीम का गठन कर आरोपियों को जल्द ट्रेस करने की कोशिश की जा रही है।”
गिरोह की कार्यशैली चिंताजनक
पारदी गैंग के अपराधियों की कार्यशैली बेहद खतरनाक मानी जाती है। वारदात के दौरान अगर कोई व्यक्ति उन्हें रोकने की कोशिश करता है तो वे उस पर जानलेवा हमला करने से नहीं चूकते। इसके अलावा, गैंग के सदस्य वारदात के बाद उस स्थान पर शौच कर एक विशेष संकेत छोड़ जाते हैं। ये अपराधी मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करते ताकि उनकी लोकेशन ट्रेस न हो सके।
पहले भी कर चुके हैं दस्तक
गौरतलब है कि 3 सितंबर 2024 को भी पारदी गैंग के 7 से 8 सदस्य पंचशील क्षेत्र में हथियारों के साथ रेकी करते हुए कैमरे में कैद हुए थे। अब एक बार फिर इस गैंग की गतिविधियां शहरवासियों और पुलिस के लिए चिंता का विषय बन गई हैं।
पुलिस की अपील
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि यदि कोई संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि नजर आए तो तुरंत नजदीकी थाना या पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दें।