जालौर जिले की सायला तहसील में स्थित मुख्य बस स्टैंड पर बुनियादी शौचालय सुविधा का अभाव लंबे समय से यात्रियों के लिए गंभीर समस्या बना हुआ है। पुरुष और महिलाएं दोनों इस असुविधा का शिकार हो रहे हैं, लेकिन महिलाओं के लिए यह स्थिति अत्यधिक असहज और असुरक्षित बन जाती है।बस स्टैंड पर न तो पुरुषों के लिए शौचालय है, न ही महिलाओं के लिए कोई अलग व्यवस्था। परिणामस्वरूप, यात्री चाय की दुकानों और आस-पास की दीवारों के पीछे खुले में शौच करने को मजबूर हैं। यह न केवल स्वच्छता की दृष्टि से खतरनाक है बल्कि महिलाओं की गरिमा और सुरक्षा पर भी सवाल खड़े करता है।
स्थानीय लोगों और यात्रियों का कहना है कि यह स्थिति वर्षों से बनी हुई है, लेकिन प्रशासन ने अब तक इस ओर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। महिला यात्रियों का कहना है कि उन्हें बार-बार अपमानजनक स्थिति का सामना करना पड़ता है। कई बार उन्हें पास के गांवों में जान-पहचान वालों के घर तक जाना पड़ता है, जो हर किसी के लिए संभव नहीं होता। इससे भी बड़ी विडंबना यह है कि सायला तहसील और प्रधान कार्यालय के आसपास खुद शौचालय सुविधा मौजूद है या नहीं, यह एक बड़ा सवाल बन गया है। यदि प्रशासनिक कार्यालयों में यह सुविधा है, तो फिर आम जनता के लिए ऐसी व्यवस्था क्यों नहीं?
स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन और नगर पालिका से मांग की है कि जल्द से जल्द बस स्टैंड पर शौचालयों का निर्माण करवाया जाए, ताकि यात्रीगण स्वच्छता और सम्मान के साथ यात्रा कर सकें। यह एक बुनियादी सुविधा है, जिसे नजरअंदाज करना दुर्भाग्यपूर्ण है।