अजमेर: शहर के व्यस्त डिग्गी बाजार क्षेत्र में गुरुवार को एक होटल में लगी भीषण आग ने चार लोगों की जान ले ली, जिनमें एक मासूम चार साल का बच्चा भी शामिल है। हादसे ने न केवल स्थानीय लोगों को झकझोर कर रख दिया, बल्कि प्रशासन की तैयारियों पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
तेजी से फैलती आग की चपेट में एक और बच्चा आ गया, जिसे उसकी मां ने बहादुरी दिखाते हुए खिड़की से नीचे फेंक कर जान बचाई। यह साहसिक कदम उस मां के लिए आखिरी उम्मीद बन गया। डिग्गी बाजार, जहां यह हादसा हुआ, में लाइन से कई होटल स्थित हैं, जो तंग गलियों और संकरी जगहों में माचिस की डिब्बी जैसे ठूंसे हुए हैं। आग पर काबू पाने में देरी और बचाव कार्यों में आई कठिनाई ने इस तथ्य को उजागर कर दिया है कि ऐसी जगहों पर सुरक्षा मानकों की गंभीर अनदेखी की जा रही है।
स्थानीय निवासियों और व्यापारियों में गुस्सा और डर है, सवाल उठाए जा रहे हैं:
क्या किसी और बड़े हादसे का इंतज़ार किया जा रहा है?
क्या इन होटलों की समय-समय पर जांच नहीं की जा सकती?
हर बार मौत ही क्यों कोई कदम उठाने का कारण बनती है?
प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की जा रही है ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे रोके जा सकें। लोगों की जिंदगी को लेकर अब और लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जा सकती।