आजकल की बदलती लाइफस्टाइल और खानपान से तमाम बीमारियां बढ़ रही हैं, जिनमें से मोटापा एक आम बीमारी हो चुकी है, जिसे कम करने के लिए लोग डाइट के साथ जमकर वर्कआउट करते हैं। पर क्या आपने 5-4-5 वर्किंग फॉर्मूला के बारे में सुना है?
आजकल मोटापा, स्ट्रेस, हार्ट हेल्थ से संबंधित बीमारियां आम हो गई हैं। इन बीमारियों से बचने के लिए और खुद को फिट रखना एक बड़ा टास्क हो गया है। 5-4-5 यह फॉर्मूला न सिर्फ आपको फिट रखने और मोटापा कम करने में कारगर है, बल्कि आपके हार्ट हेल्थ के लिए भी बहुत फायदेमंद है। यह वर्किंग फॉर्मूला आपके स्ट्रेस को भी कम करता है। चलिए जानते हैं आखिरकार 5-4-5 वर्किंग फॉर्मूला कैसे काम करता है और इसके क्या-क्या फायदे हो सकते हैं।
5-4-5 वर्किंग फॉर्मूला को कैसे लागू करें
5 मिनट की दौड़: यह फॉर्मूला 5 मिनट की दौड़ से शुरू होता है। दौड़ लगाने से हृदय की गति बढ़ती है और मेटाबोलिज्म बेहतर होता है। यह दौड़ न सिर्फ आपके ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाती है, बल्कि मांसपेशियों को मजबूत करती है।
4 मिनट की वॉक: 5 मिनट की दौड़ लगाने के बाद 4 मिनट तक नॉर्मल वॉक करें, जिससे सांस को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
5 मिनट के लिए तेज गति से चलना: फाइनल स्टेप में 5 मिनट के लिए तेज गति से चलना है, जिससे मांसपेशियां मजबूत होती हैं और स्टेमिना बढ़ता है। जो न सिर्फ कैलोरी को बर्न करता है, बल्कि फिट रखने में भी मदद करता है।
5-4-5 वर्किंग फॉर्मूला के फायदे
5-4-5 वर्किंग फॉर्मूला न सिर्फ कैलोरी बर्न करता है, बल्कि स्वास्थ्य को भी बनाए रखता है, जिससे स्ट्रेस की समस्या भी कम होती है। इस वर्किंग फॉर्मूला को कम से कम 30 से 40 मिनट तक करें और शुरुआत में एक से दो बार करके धीरे-धीरे बढ़ाएं। इस फॉर्मूले से मोटापे के साथ-साथ हार्ट से जुड़ी समस्या का जोखिम भी कम होता है।