जयपुर/रामगढ़: राजस्थान सरकार ने जल संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत करते हुए ‘वंदे गंगा जल संरक्षण, जन अभियान’ के तहत एक ऐतिहासिक पहल की शुरुआत की। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा की अगुवाई में रामगढ़ बांध को फिर से जलमय करने के उद्देश्य से हज़ारों लोग श्रमदान के लिए एकत्रित हुए। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “हम सब रामगढ़ बांध को एक बार फिर जल से परिपूर्ण करने के लिए, श्रमदान करने हेतु एकत्रित हुए हैं। हमारे द्वारा बहाई गई पसीने की एक-एक बूंद भविष्य में यहां पानी के बड़े भंडार में बदलकर प्रदेशवासियों के लिए अमृत का काम करेगी।”
इस अभियान के अंतर्गत जलाशयों की सफाई, गाद हटाना, जलधाराओं का पुनर्जीवन और पौधरोपण जैसे कार्य किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर युवाओं, स्वयंसेवी संस्थाओं और आम जनता से अपील की कि वे जल संरक्षण को जन आंदोलन बनाएं। सरकार का मानना है कि यदि सामूहिक प्रयासों से पारंपरिक जल स्रोतों का संरक्षण किया जाए, तो जल संकट को स्थायी रूप से दूर किया जा सकता है। ‘वंदे गंगा’ अभियान को आगामी महीनों में प्रदेश के अन्य जिलों में भी लागू किया जाएगा। यह आयोजन विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आयोजित किया गया, जिससे इसकी प्रासंगिकता और प्रभावशीलता और भी गहरी हो गई है।