नई दिल्ली, 28 मई 2025: सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 26 मई को आयोजित अपनी बैठक में देश के चार उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों के स्थानांतरण की सिफारिश की है। इस निर्णय के तहत मद्रास और राजस्थान उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों का आपसी स्थानांतरण प्रस्तावित किया गया है।
किन किन का हुआ ट्रांसफर
जस्टिस के. आर. श्रीराम, वर्तमान में मद्रास उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, को राजस्थान उच्च न्यायालय में स्थानांतरित करने की सिफारिश की गई है। जस्टिस मानिंद्र मोहन श्रीवास्तव, वर्तमान में राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, को मद्रास उच्च न्यायालय में स्थानांतरित करने की सिफारिश की गई है।
जस्टिस अपरेश कुमार सिंह, वर्तमान में त्रिपुरा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, को तेलंगाना उच्च न्यायालय में स्थानांतरित करने की सिफारिश। जस्टिस एम. एस. रामचंद्र राव, वर्तमान में झारखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, को त्रिपुरा उच्च न्यायालय में स्थानांतरित करने की सिफारिश। इस निर्णय का उद्देश्य न्यायिक प्रशासन को और अधिक प्रभावी बनाना और न्यायपालिका में संतुलन बनाए रखना है।
इन न्यायाधीशों की पृष्ठभूमि और इतिहास :
जस्टिस के. आर. श्रीराम का जन्म 28 सितंबर 1963 को मुंबई में हुआ था। उन्होंने मुंबई विश्वविद्यालय से वाणिज्य और विधि में स्नातक की डिग्री प्राप्त की और किंग्स कॉलेज, लंदन से समुद्री कानून में स्नातकोत्तर किया। उन्होंने 1986 में वकालत शुरू की और 2013 में बॉम्बे उच्च न्यायालय के न्यायाधीश नियुक्त हुए। 27 सितंबर 2024 को उन्हें मद्रास उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया था।
जस्टिस मानिंद्र मोहन श्रीवास्तव का जन्म 6 मार्च 1964 को बिलासपुर, छत्तीसगढ़ में हुआ था। उन्होंने के. आर. लॉ कॉलेज, बिलासपुर से कानून की पढ़ाई की। 2009 में उन्हें छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया गया और 2021 में राजस्थान उच्च न्यायालय में स्थानांतरित किया गया। 6 फरवरी 2024 को उन्हें राजस्थान उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया था।
यह स्थानांतरण सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की उस व्यापक पहल का हिस्सा है, जिसके तहत न्यायपालिका में पारदर्शिता और दक्षता बढ़ाने के लिए उच्च न्यायालयों में न्यायाधीशों के स्थानांतरण और नियुक्तियों की सिफारिश की जा रही है।