पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का बड़ा कदम
पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने हाल ही में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को एक आधिकारिक पत्र लिखकर जोधपुर और चेन्नई के बीच नई ट्रेनों की शुरुआत की मांग की है। इस पत्र में शेखावत ने मारवाड़ क्षेत्र – जिसमें जोधपुर, पाली, जालौर और सिरोही जैसे जिले शामिल हैं – के लोगों की परेशानियों को सामने रखा है। दक्षिण भारत में व्यापार और रोजगार के अवसरों के कारण बड़ी संख्या में लोग इस क्षेत्र से प्रवास करते हैं, लेकिन रेल सुविधाओं की कमी के कारण उन्हें यात्रा में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
मारवाड़ से दक्षिण भारत का कनेक्शन क्यों है जरूरी?
मारवाड़ क्षेत्र के कई निवासी तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक जैसे दक्षिणी राज्यों में नौकरी, व्यापार और मजदूरी के लिए जाते हैं। मौजूदा समय में इस रूट पर केवल एक ही ट्रेन — 20482 — उपलब्ध है, जिससे यात्री भार अत्यधिक बढ़ गया है और टिकट की उपलब्धता एक बड़ी समस्या बन गई है। इस वजह से कई यात्रियों को बसों या निजी साधनों से यात्रा करनी पड़ती है, जो महंगा और असुविधाजनक है।
नई ट्रेनों से क्या होंगे लाभ?
1. व्यापार में वृद्धि
नई ट्रेनों के संचालन से व्यापारियों को अपने उत्पाद दक्षिण भारत में आसानी से पहुँचाने का मौका मिलेगा। यह क्षेत्र मुख्य रूप से हस्तशिल्प, कपड़ा और कृषि आधारित उद्योगों के लिए जाना जाता है।
2. रोज़गार के अवसरों में सुधार
मारवाड़ से दक्षिण भारत में काम करने जाने वाले मजदूरों और कर्मचारियों को बेहतर और सुलभ यात्रा सुविधा मिलेगी, जिससे उनका समय और पैसा दोनों बचेगा।
3. पलायन में सुविधा
कम खर्चीले और समय पर चलने वाली ट्रेनों से श्रमिकों को बड़ी राहत मिलेगी। साथ ही पलायन के दौरान जो जोखिम होता है, वो भी कम होगा।
रेल मंत्री की प्रतिक्रिया और भविष्य की दिशा
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गजेंद्र सिंह शेखावत के अनुरोध पर सकारात्मक रुख अपनाते हुए कहा है कि जल्द ही इस दिशा में प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इससे पहले भी दोनों नेताओं के बीच इस विषय पर चर्चा हो चुकी है, जिससे यह साफ है कि केंद्र सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से ले रही है।
यदि यह प्रस्ताव शीघ्र अमल में लाया जाता है, तो यह ना केवल एक क्षेत्रीय मांग की पूर्ति होगी, बल्कि सरकार की दूरदर्शिता और जनहित के प्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण है