चैत्र मास में जैन समुदाय नवपद ओली नामक एक विशेष पूजा करते हैं, जो ब्रह्मांड के नौ सर्वोच्च पदों को समर्पित होती है। यह नौ दिनों का उपवास होता है, जिसमें आयंबिल तप किया जाता है, जो एक विशेष प्रकार का उपवास है। यह पूजा जैन धर्म में महत्वपूर्ण है और इसे शाश्वत पर्व माना जाता है, जो सभी समय चक्रों में मौजूद है।
इसी क्रम में आज समस्त जैन संघ जालौर द्वारा चैत्र मास की ओली की आराधना श्री जैन अंबिलशाला भवन खिरनी वाव में आयोजित किया गया।लाभार्थी परिवार भोजराज कुशल राज भंडारी ने बताया कि चैत्र मास की ओली की आराधना में 89 श्रावक श्राविकाएं आंबल कर लाभ प्राप्त कर रहे है l उन्होंने सभी की अनुमोदना करते हुए आभार ज्ञापित किया। लाभार्थी परिवार की ओर से श्री सकल जैन संघ का स्वामी वात्सल्य एवं पालना का आयोजन भी 13 अप्रैल को किया जाएगा lइस अवसर पर कैलाश चौधरी, हुक्मीचंद जैन, दिनेश चौधरी, दशरथ चौधरी, रामलाल, कैलाश मुनोट ,हीराचंद भंडारी, राजू कोठारी,भूपेश सोलंकी एवं जैन समाज के लोग उपस्थित रहे l