नागौर: राजस्थान की समृद्ध परंपराओं और सामाजिक संस्कृति का एक अद्वितीय उदाहरण नागौर जिले में देखने को मिला, जहाँ झाड़ेली गांव के प्रतिष्ठित पोटलिया परिवार ने डेह गांव में आयोजित एक समारोह में भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश महामंत्री जगबीर छाबा के परिवार में 21 करोड़ रुपए से अधिक का मायरा भरकर इतिहास रच दिया।
मायरे में शामिल प्रमुख उपहार:
1 करोड़ 51 लाख रुपए नकद
1 किलो सोना
15 किलो चांदी
211 बीघा कृषि भूमि
एक पेट्रोल पंप
एक आवासीय प्लॉट
यह मायरा न केवल आर्थिक दृष्टि से अभूतपूर्व है, बल्कि यह राजस्थान की पारंपरिक मायरा प्रथा में एक नया कीर्तिमान स्थापित करता है। इस आयोजन में क्षेत्र के अनेक गणमान्य लोग, राजनेता, और समाज के प्रमुख लोग उपस्थित थे, जिन्होंने इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने का सौभाग्य प्राप्त किया।
सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व
राजस्थान में मायरा एक पारंपरिक प्रथा है, जिसमें मामा अपने भांजे या भांजी के विवाह या अन्य महत्वपूर्ण अवसरों पर उपहार प्रदान करते हैं। यह समारोह पारिवारिक संबंधों की मजबूती और सामाजिक एकता का प्रतीक होता है। पोटलिया परिवार द्वारा भरे गए इस विशाल मायरे ने न केवल इस परंपरा को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है, बल्कि समाज में आपसी सहयोग और सद्भावना का संदेश भी प्रसारित किया है।
सार्वजनिक प्रतिक्रिया
इस ऐतिहासिक मायरे की खबर सोशल मीडिया और स्थानीय समाचार माध्यमों में तेजी से फैल रही है। कई लोग इसे पारिवारिक सम्मान और सामाजिक परंपरा की जीत के रूप में देख रहे हैं, जबकि कुछ वर्गों में इतनी बड़ी राशि के प्रदर्शन पर चर्चा और विचार-विमर्श भी हो रहा है।