जिला कलेक्टर टीना डाबी ने नागरिकों से अपील की है कि वे अपने घरों में रहें और अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें। बाजारों को बंद कर दिया गया है और ब्लैकआउट के आदेश दिए गए हैं। यह कदम पाकिस्तान की ओर से संभावित हमले की आशंका के चलते उठाया गया है।
ब्लैकआउट के दौरान नागरिकों को निम्नलिखित निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है:
सायरन बजने पर तुरंत घरों में शरण लें।
घर, दुकान, संस्थान की सभी लाइटें बंद करें।
अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें, सड़कों पर आवाजाही से बचें।
प्रशासन व पुलिस के निर्देशों का पालन करें।
सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार की अफवाह या झूठी सूचना न फैलाएं।
आपात सेवाओं को बाधित न करें और इनकी राह में अवरोध न बनें।
मोबाइल चार्ज रखें, फ्लैशलाइट या टॉर्च पास में रखें।
वाहनों की हेडलाइट्स व मोबाइल फ्लैशलाइट का उपयोग न करें।
पानी, सूखा खाद्य पदार्थ, फर्स्ट एड किट साथ रखें।
महत्वपूर्ण हेल्पलाइन नंबर सेव रखें– पुलिस, अस्पताल, सिविल डिफेंस।
गांव, मोहल्लों में संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखें।
संदिग्ध गतिविधि की तत्काल सूचना पुलिस को दें।
ब्लैकआउट के दौरान संयम और शांति बनाए रखें।
आपसी सहयोग और भाईचारे की भावना रखें।
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर, राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।बाड़मेर, जैसलमेर, फलोदी, बीकानेर और जोधपुर जैसे जिलों में ब्लैकआउट लागू किया गया है। सभी स्कूल, कॉलेज और बाजार बंद कर दिए गए हैं, और नागरिकों से अपील की गई है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और अफवाहों से बचें।