भावनगर, गुजरात: भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या के लिए प्रस्तावित नई ट्रेन सेवा को लेकर स्थानीय यात्रियों में उत्साह का माहौल है। इसी बीच एक अहम सुझाव सामने आया है इस नई ट्रेन को भीलड़ी-समदड़ी रेल रूट से होते हुए चलाया जाए, ताकि इस मार्ग के यात्रियों को भी सीधे अयोध्या पहुंचने और मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम जी के दर्शन का अवसर मिल सके। वर्तमान में भीलड़ी-समदड़ी रूट पर सीमित ट्रेनों के चलते धार्मिक यात्राओं के इच्छुक यात्रियों को कई बार मार्ग बदलकर या अधिक समय लेकर यात्रा करनी पड़ती है।
अगर यह नई ट्रेन इस मार्ग से संचालित होती है, तो गुजरात और राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों के हजारों श्रद्धालुओं को सीधा लाभ मिलेगा। यात्रियों का कहना है कि इस कदम से न केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि रेलवे की आमदनी में भी इज़ाफा होगा। साथ ही, यह कदम ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना को भी मजबूती देगा। रेलवे प्रशासन से अपेक्षा की जा रही है कि वह जनसुविधा और क्षेत्रीय संतुलन को ध्यान में रखते हुए इस सुझाव पर गंभीरता से विचार करे।