जयपुर: मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने हाल ही में स्वास्थ्य और चिकित्सा विभाग की समीक्षा बैठक में कहा कि बीते एक वर्ष में राज्य सरकार द्वारा 24,000 से अधिक पदों पर नियुक्तियाँ की गई हैं और 26,000 पदों पर भर्ती प्रक्रियाधीन है। इसी क्रम में महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन में उन्होंने 4 लाख सरकारी और 6 लाख निजी क्षेत्र में रोजगार देने का संकल्प भी दोहराया। हालाँकि, धरातल पर यह दावे सवालों के घेरे में हैं। 06 अगस्त 2024 को प्रकाशित एक समाचार रिपोर्ट के अनुसार, चिकित्सा विभाग में खाद्य सुरक्षा अधिकारी (FSO) भर्ती 2022 के अंतर्गत 200 पदों के लिए चयनित अभ्यर्थी अभी तक नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं।
आरपीएससी ने 4 जुलाई 2024 को ही विभाग को सूची सौंप दी थी, लेकिन अब तक नियुक्तियाँ नहीं हो पाई हैं। इस देरी का प्रमुख कारण विभाग में पूर्व से कार्यरत डिपुटेशन कर्मियों को बताया जा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, विभाग में लगभग 98 कर्मचारी विभिन्न सेवाओं से डिपुटेशन पर कार्यरत हैं, जिससे नई नियुक्तियाँ रुकी हुई हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि योग्य युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है, जबकि सरकार नियुक्तियों के बड़े-बड़े दावे कर रही है।
चयनित अभ्यर्थियों ने तीन प्रमुख मांगें रखी हैं:
1. FSO भर्ती 2022 के तहत नियुक्ति आदेश तुरंत जारी किए जाएं।
2. डिपुटेशन कर्मियों की सेवाएं समाप्त की जाएं।
3. पारदर्शी और समयबद्ध प्रक्रिया अपनाई जाए।
यह मामला बताता है कि घोषणाओं और वास्तविक कार्यान्वयन में बड़ा अंतर है। युवाओं की मांग है कि सरकार अपने वादों पर अमल करे और चयनितों को शीघ्र न्याय दे