राजस्थान का इतिहास वीर और वीरांगनाओं की वीरता से ओतप्रोत है, जहाँ हमें एक से बढ़कर एक अद्भुत पर्यटन स्थल और इतिहास के साक्ष्य देखने को मिलते हैं। राजस्थान के जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, जैसलमेर, माउंट आबू और पुष्कर जैसे शहरों का नाम अपने आप में ही एक अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करता है। परंतु आज हम आपको राजस्थान के एक ऐसे पर्यटन स्थल के बारे में बताएँगे जिसका नाम बीकानेर है। इसके नाम से लोकप्रिय मिठाइयों और चंदन आभूषणों के बारे में तो आप सब जानते ही होंगे। आज हम इसके एक प्रमुख पर्यटक स्थल के बारे में जानेंगे।
बीकानेर अपने अद्भुत भवनों, किलों और भव्य मंदिरों के लिए जाना जाता है, जिनमें जूनागढ़ किला, लालगढ़ महल, देवीकुंड, भैरवजी मंदिर, गजनेर, भांडासर जैन मंदिर आदि प्रमुख हैं। अतः हम प्रतिदिन एक-एक पर्यटन स्थल के बारे में जानेंगे। उसी क्रम में आज ‘जूनागढ़ किला’ के बारे में जानते हैं।
जूनागढ़ किला
भारत के प्रसिद्ध किलों में से एक, जूनागढ़ किला, भारतीय राज्य राजस्थान के सबसे खूबसूरत जिलों में से एक बीकानेर में स्थित है। इसका निर्माण प्रसिद्ध राजस्थानी शासक राजा राय सिंह के एक भरोसेमंद दरबारी द्वारा 1589 ई. से 1594 ई. के मध्य करवाया गया था। इस किले के भीतर कई प्रसिद्ध मंदिर स्थित हैं, जिनमें ‘हर मंदिर’ शाही लोगों के लिए और ‘रतन बेहरी मंदिर’ सामान्य जनता के लिए था। इस मंदिर का निर्माण वर्ष 1846 में इंडो-मुगल वास्तुकला शैली में किया गया था।
किले में स्थित करण महल भारतीय वास्तुकला का बेजोड़ उदाहरण है। यहाँ बना फूल महल (फ्लावर पैलेस) किले का सबसे पुराना और सुंदर हिस्सा माना जाता है। इसके अलावा चंद्र महल, गंगा महल, अनूप महल, और किला संग्रहालय (फोर्ट म्यूज़ियम) जैसी अनेक अद्भुत संरचनाएँ देखने को मिलती हैं।
जूनागढ़ किला लगभग 5.28 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैला हुआ है। इसकी बाहरी सुरक्षा दीवारें लगभग 14.5 फीट चौड़ी और 12 मीटर ऊँची हैं। इसके विशाल आकार के कारण इसमें लगभग 7 बड़े प्रवेश द्वार बनाए गए थे, जिनमें से केवल 2 द्वार आज भी अच्छी स्थिति में हैं।
जूनागढ़ किले का इतिहास
वर्तमान किले से पहले, यहाँ वर्ष 1478 में राव बीका ने एक किले का निर्माण करवाया था। राजा बीका के शासन के लगभग 100 वर्ष बाद बीकानेर का शासन राजा राय सिंह के अधीन आ गया था। उन्होंने बाद में मुगलों के अधिपत्य को स्वीकार कर, मुगल दरबार में मुख्य सेनापति का पद प्राप्त किया।
लगातार विजय प्राप्त करने के कारण उन्हें मुगलों द्वारा गुजरात और बुरहानपुर की शासन व्यवस्था उपहार स्वरूप प्रदान की गई थी। उन्होंने अपने शासित क्षेत्रों से अर्जित राजस्व का उपयोग कर 1589 ई. में जूनागढ़ किले का निर्माण शुरू करवाया, जो 1594 ई. तक बनकर तैयार हो गया।
जूनागढ़ किला भारत के प्रमुख किलों में अपना एक विशिष्ट स्थान रखता है। हालाँकि बीकानेर में और भी कई अद्भुत किले और मंदिर हैं जिनकी संरचना और इतिहास अत्यंत आकर्षक हैं। इसलिए हमें राजस्थान के इन अद्वितीय पर्यटन स्थलों की यात्रा अपने जीवन में एक बार अवश्य करनी चाहिए।