जोधपुर, 3 जून: विश्व पर्यावरण दिवस (5 जून) से ठीक पहले जोधपुरवासियों का गुस्सा एक बार फिर सोशल मीडिया पर फूट पड़ा है। जोधपुर के सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत और लूणी के विधायक जोगाराम पटेल पर नागरिकों ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर “दिखावटी चिंता” जताने का आरोप लगाया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सांसद शेखावत पिछले 15 वर्षों से जोधपुर का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, लेकिन इस दौरान शहर का पर्यावरण लगातार बिगड़ता गया है। खास तौर पर जोजरी नदी की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि यह कभी की जीवनदायिनी नदी अब बदबूदार नाले में तब्दील हो गई है।
सोशल मीडिया पर चलाए जा रहे अभियान में लोगों से अपील की जा रही है कि यदि सांसद और विधायक पर्यावरण पर कोई भी पोस्ट करें तो उस पर “जोजरी नदी” से जुड़े सवाल जरूर पूछे जाएं। कई जागरूक नागरिकों ने कहा है कि अब समय आ गया है कि इन नेताओं को उनके खोखले वादों का आईना दिखाया जाए। सांसद शेखावत केंद्रीय मंत्री भी हैं और जलशक्ति मंत्रालय जैसे महत्वपूर्ण विभाग की जिम्मेदारी निभा चुके हैं। बावजूद इसके जोजरी जैसी स्थानीय नदियों की अनदेखी ने उनकी मंशा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।इस वर्ष का पर्यावरण दिवस जोधपुर के लिए सिर्फ एक प्रतीकात्मक दिन न होकर एक चेतावनी बनकर सामने आ रहा है या तो अब कुछ ठोस हो, या फिर जनता चुप नहीं बैठेगी।