जयपुर: आगामी विश्व बालश्रम निषेध दिवस (12 जून) के अवसर पर 2 जून 2025 को जयपुर स्थित इंदिरा गांधी पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास संस्थान (IGPRS) में एक महत्वपूर्ण संवाद व प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। यह कार्यक्रम राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग एवं बाल अधिकार विभाग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है।
कार्यक्रम का उद्देश्य राज्य में “बाल एवं किशोर श्रम (प्रतिषेध एवं विनियमन) अधिनियम, 1986” एवं 2017 के संशोधित नियमों के प्रभावी क्रियान्वयन, निगरानी व जागरूकता को सुदृढ़ करना है। इसमें सरकारी अधिकारियों, शिक्षाविदों, स्वयंसेवी संगठनों एवं बाल संरक्षण कार्यकर्ताओं को शामिल किया जाएगा। राज्य सरकार द्वारा हाल ही में जारी रिपोर्ट के अनुसार, 2022 से 2024 के बीच सैकड़ों बच्चों को बालश्रम से मुक्त कराया गया है। इनमें से अधिकांश बच्चे ईंट भट्ठों, ढाबों, फैक्ट्रियों व घरेलू कार्यों में काम करते पाए गए। इनमें से कई मामलों में FIR दर्ज की गई है और कुछ केसों में दोषियों को सजा भी हुई है।
सरकार और समाज की संयुक्त कोशिशों के बावजूद बालश्रम आज भी एक गंभीर समस्या बनी हुई है। बालश्रम मुक्त राजस्थान की दिशा में यह कार्यक्रम एक सकारात्मक पहल माना जा रहा है। साथ ही यह उम्मीद जताई जा रही है कि इस आयोजन से जुड़े प्रशिक्षण सत्र ज़मीनी स्तर पर जागरूकता व प्रभावी कार्रवाई को गति देंगे। इस अवसर पर राज्य के वरिष्ठ अधिकारी, विशेषज्ञ और कार्यकर्ता भी मौजूद रहेंगे जो बालश्रम के खात्मे के लिए रणनीतियां साझा करेंगे।