जयपुर: राजस्थान साइबर क्राइम ब्रांच ने पीएम-किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना के नाम पर हो रही एक नई तरह की साइबर ठगी को लेकर राज्यभर में अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार, कुछ साइबर अपराधी किसानों को निशाना बनाकर उनके मोबाइल पर फर्जी APK फाइल भेज रहे हैं, जिसमें मैलवेयर होता है। जैसे ही किसान इस फर्जी ऐप को डाउनलोड करते हैं, उनका मोबाइल हैक हो जाता है और बैंक खातों से पैसे गायब हो जाते हैं। साइबर ब्रांच ने बताया कि ये अपराधी PM-KISAN योजना के तहत 2,000 रुपये की अगली किस्त दिलाने का लालच देकर किसानों से निजी जानकारी लेते हैं और फिर APK फाइल भेजते हैं। यह फाइल असल में एक वायरस होता है जो फोन की संवेदनशील जानकारी जैसे बैंकिंग ऐप्स, पासवर्ड और ओटीपी तक पहुंच बना लेता है।
ब्रांच के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि PM-KISAN योजना से संबंधित किसी भी प्रकार की सेवा या रजिस्ट्रेशन के लिए सिर्फ भारत सरकार का आधिकारिक पोर्टल (pmkisan.gov.in) या नजदीकी CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) का ही उपयोग करें। किसी भी लिंक या ऐप को अनजाने में डाउनलोड न करें। राजस्थान पुलिस ने जनता से अपील की है कि इस प्रकार की किसी भी संदिग्ध गतिविधि या लिंक की सूचना तुरंत राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दें और अपने नजदीकी साइबर थाना या पुलिस स्टेशन से संपर्क करें।किसानों को जागरूक और सतर्क रहने की जरूरत है, ताकि वे इस तरह की धोखाधड़ी का शिकार न बनें।