जयपुर: राजस्थान पुलिस सब इंस्पेक्टर (SI) भर्ती 2022 में धांधली और पेपर लीक के आरोपों को लेकर जयपुर के शहीद स्मारक पर आरएलपी सुप्रीमो और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल का अनिश्चितकालीन धरना लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा। बड़ी संख्या में बेरोजगार युवा भी धरने में शामिल हुए और सरकार से भर्तियों को रद्द करने की मांग की।
हनुमान बेनीवाल ने कहा कि अगर सरकार ने मांगें नहीं मानीं तो सचिवालय का घेराव किया जाएगा। उन्होंने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मंत्री केके विश्नोई और सीएमओ के कुछ अधिकारी मिलकर भर्ती प्रक्रिया में धांधली कर रहे हैं। बेनीवाल ने दावा किया कि दो अभ्यर्थियों ने स्वयं स्वीकार किया है कि उन्होंने पैसे देकर डमी कैंडिडेट्स से परीक्षा दिलवाई थी।
मुख्य मांगें:
• एसआई भर्ती 2021 को रद्द किया जाए।
• राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) को भंग किया जाए।
• पिछले 10 वर्षों में हुए सभी पेपर लीक मामलों की सीबीआई से जांच कराई जाए।
• फर्जी तरीके से चयनित अभ्यर्थियों को निलंबित किया जाए।
• चयनित अभ्यर्थियों की कॉपियां सार्वजनिक की जाएं।
• आयोग के तत्कालीन सदस्यों की गिरफ्तारी हो।
बेनीवाल ने आरोप लगाया कि आरपीएससी में गहरे स्तर पर भ्रष्टाचार फैला हुआ है और बड़े कोचिंग संस्थानों की मिलीभगत से फर्जीवाड़ा किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि सत्ता संरक्षण में पिछले 20 वर्षों में बेरोजगार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ हुआ है।
भविष्य की चेतावनी: बेनीवाल ने स्पष्ट किया कि मांगें पूरी नहीं होने तक आंदोलन जारी रहेगा। जरूरत पड़ी तो दिल्ली में भी प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा, “अब यह आंदोलन युवाओं के न्याय के लिए आरपार की लड़ाई बनेगा” धरने में माली-सैनी समाज के लोगों ने भी कटेवा नगर प्रकरण में न्याय की मांग को लेकर बेनीवाल का समर्थन किया। धरने में महिलाओं ने भी अपनी पीड़ा बेनीवाल के समक्ष रखी, जिसके बाद सांसद ने जयपुर पुलिस कमिश्नर से फोन पर वार्ता कर कार्रवाई की मांग की।