जयपुर/जोधपुर: राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत और शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने हाल ही में जोधपुर एयरपोर्ट का नाम महाराजा उमेद सिंह के नाम पर रखने की पुरजोर वकालत की है। उन्होंने कहा कि जोधपुर की हवाई सेवाओं में महाराजा उमेद सिंह का ऐतिहासिक योगदान रहा है और ऐसे में एयरपोर्ट का नाम उनके नाम पर होना एक तर्कसंगत निर्णय होगा। इस मांग को लेकर विधायक भाटी ने विधानसभा में भी अपनी बात रखी है और मुख्यमंत्री से मुलाकात करने की योजना भी जाहिर की है।
इस बयान ने प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है, खासकर बिश्नोई समाज से ताल्लुक रखने वाले उन युवाओं और कार्यकर्ताओं में जो लंबे समय से भाटी का समर्थन करते आए हैं। सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं, जहां कई लोग सवाल कर रहे हैं कि क्या बिश्नोई समाज के वर्षों के समर्थन और बलिदान का यही परिणाम है?विधायक भाटी के इस स्टैंड से यह भी स्पष्ट होता है कि वे अपनी राजनीतिक निष्ठा और सामाजिक पहचान को लेकर पूरी तरह मुखर हैं। उन्होंने एक बार फिर दिखा दिया कि वे अपने समाज और परंपराओं के साथ खड़े हैं, भले ही वह निर्णय कुछ अन्य समुदायों को नागवार गुजरे।
अब सवाल यह उठता है कि वो बिश्नोई बंधु, जो हर मंच पर भाटी का समर्थन करते दिखते थे, अब क्या रुख अपनाएंगे? क्या वे इस बयान का बचाव करते रहेंगे, या कोई नया राजनीतिक रास्ता तलाशेंगे? जैसे-जैसे यह मुद्दा गहराएगा, प्रदेश की राजनीति में इसके असर और प्रतिक्रियाएं और अधिक तीव्र होती जाएंगी।