खाद्य सुरक्षा और उपभोक्ता स्वास्थ्य की रक्षा के लिए जयपुर पुलिस और खाद्य विभाग ने हाल ही में एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। इस अभियान के तहत 2800 किलोग्राम नकली पनीर जब्त किया गया, जिसकी अगुवाई आईपीएस अधिकारी अभिजीत पाटिल ने की। यह पनीर मिलावटी था और जांच में पाया गया कि इसमें उपयोग किए गए रसायन और घटक मानव स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक थे।
नकली पनीर अक्सर सिंथेटिक दूध, रिफाइंड ऑयल, स्टार्च और डिटर्जेंट जैसे तत्वों से तैयार किया जाता है। इन रसायनों के लगातार सेवन से कैंसर, लिवर और किडनी से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। खाद्य सुरक्षा मानकों के उल्लंघन के ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई न केवल जनहित में है, बल्कि यह मिलावटखोरों के लिए चेतावनी भी है। इस ऑपरेशन के तहत जब्त किए गए पूरे पनीर को नियमानुसार मिट्टी में दबाकर नष्ट कर दिया गया, जिससे यह सुनिश्चित किया गया कि यह किसी भी रूप में उपभोक्ताओं तक न पहुंचे। इस कार्रवाई के बाद स्थानीय प्रशासन ने यह संकेत भी दिया कि आने वाले समय में ऐसे और अभियान चलाए जाएंगे।
इस घटना ने यह साफ कर दिया है कि मिलावटखोरी एक गंभीर अपराध है और इसके खिलाफ प्रशासन अब और अधिक सक्रिय और संवेदनशील हो रहा है। जनस्वास्थ्य की रक्षा के लिए ऐसे अभियान न केवल जरूरी हैं, बल्कि आम जनता की भागीदारी भी उतनी ही महत्वपूर्ण है।