2 जून 2025 को नगर निगम हैरिटेज जयपुर द्वारा परकोटे क्षेत्र में प्लास्टिक के खिलाफ एक जागरूकता रैली निकाली गई। इस रैली का उद्देश्य आमजन और व्यापारियों को प्लास्टिक के हानिकारक प्रभावों के प्रति जागरूक करना था। बड़ी चौपड़, छोटी चौपड़, त्रिपोलिया बाजार और चौड़ा रास्ता जैसे प्रमुख इलाकों से यह रैली गुजरी, जिसका नेतृत्व उपयुक्त स्वास्थ्य देवानंद शर्मा ने किया।
प्लास्टिक के नुकसान: प्लास्टिक का अत्यधिक उपयोग पर्यावरण के लिए घातक सिद्ध हो रहा है। यह न केवल मिट्टी और जल को प्रदूषित करता है, बल्कि जीव-जंतुओं की जान के लिए भी खतरा बन चुका है। प्लास्टिक कचरा समुद्रों में जाकर समुद्री जीवों को नुकसान पहुंचाता है और खाद्य श्रृंखला में घुलकर इंसानों को भी प्रभावित करता है। इसके जलने से जहरीली गैसें निकलती हैं, जो वायु प्रदूषण का कारण बनती हैं।
प्लास्टिक के उपाय: इस संकट से निपटने के लिए कुछ ठोस उपाय आवश्यक हैं:
एकल उपयोग प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाया जाए। कपड़े या जूट के थैलों का उपयोग बढ़ाया जाए। स्कूलों और समाज में जागरूकता अभियान चलाए जाएं। प्लास्टिक संग्रहण केंद्र खोले जाएं, जहां इसका सही निपटान हो सके।
रिसाइक्लिंग का महत्व: प्लास्टिक का रिसाइक्लिंग एक व्यवहारिक समाधान है। इससे पुराने प्लास्टिक को दोबारा उपयोगी वस्तुओं में बदला जा सकता है, जैसे कि सड़क निर्माण, फर्नीचर, पाइप इत्यादि। रिसाइक्लिंग न केवल कचरा कम करता है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी सहायक होता है।