चूरू के भालेरी थाना क्षेत्र के जोड़ी गांव निवासी प्रवीण सिंह ही निकला लारेंस के टीम का गैंगस्टर।आरोपी प्रवीण सिंह 2001 में पुलिस विभाग में कांस्टेबल के पद पर भर्ती हुआ था।
पुलिस विभाग में नौकरी के दौरान ही करता था गैंगस्टर के लिए काम
राजस्थान पुलिस में नौकरी करने के दौरान ही गैंगस्टर आंनदपाल और लारेंस के लिए काम करने के आरोप में कमांडो प्रवीण सिंह को 22 मई 2019 को पुलिस विभाग से बर्खास्त किया गया था। यह गैंगस्टर को व्यापारियों का नम्बर उपलब्ध करवाता था, तथा इसके खिलाफ राजस्थान में कई आपराधिक मामले भी दर्ज है तथा चूरू पुलिस ने आरोपी प्रवीण सिंह (43) पुत्र भगवान सिंह पर 25 हजार की इनाम भी घोषित कर रखा था।
एंटी गैंगस्टर फोर्स ने किया आरोपी को गिरफ्तार
आरोपी प्रवीण सिंह को एंटी गैंगस्टर फोर्स ने गिरफ्तार किया है।एडीजी क्राइम दिनेश एम एन ने बताया की आरोपी की तलाश लम्बे समय से हो रही थी लेकिन इसका कोई सुराग हाथ नहीं लग रहा था।इसे गिरफ्तार करने के लिए इंस्पेक्टर सुभाष सिंह तंवर के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया था।टीम ने अपनी पहचान गोपनीय रखते हूवे आरोपी प्रवीण सिंह के खिलाफ खुफ़िया जानकारी जुटानी शुरू कर दी।इसी दौरान हेड कांस्टेबल नरेंद्र सिंह को जानकारी मिली की आरोपी प्रवीण सिंह शनिवार को चूरू के राजगढ़ रोड पर आने वाला है जिससे टीम सक्रिय हो गयी।और उसे शनिवार को गिरफ्तार किया गया।
एम एन दिनेश ने बताया इसके मुख्य जुर्म
एम एन दिनेश ने बताया की आरोपी प्रवीण सिंह पुलिस विभाग में कांस्टेबल के पद पर 2001 में नियुक्त हुआ था लेकिन यह नौकरी के दौरान ही लारेंस और गैंगस्टर आनंदपाल के लिए काम करने के आरोप में उसे 2019 में बर्खास्त किया गया था जिसके बाद यह सक्रिय रूप से उन गैंगस्टर के साथ मिलकर काम करना शुरू कर दिया।इसका मुख्य कार्य व्यापारियों के नम्बर उपलब्ध कराना था जिसके बाद ये गैंगस्टर इन व्यापारियों को कॉल पर धमकी देकर फिरौती वसूलने का काम करते थे। आरोपी प्रवीण सिंह के खिलाफ श्रीगंगानगर जिले के जवाहर नगर और लालगढ़ में अपराधियों और गैंगस्टर को शरण देने के जुर्म में तीन अपराधिक मामले दर्ज थे।