अलवर: उत्तर पश्चिम रेलवे, जयपुर मण्डल ने सामाजिक कार्यकर्ता श्री अखिलेश शुक्ला द्वारा यात्रियों की सुविधाओं हेतु भेजे गए ज्ञापन (दिनांक 13 मार्च 2025) पर प्रतिक्रिया देते हुए नई रेल सेवाओं की संभावनाओं और चुनौतियों को स्पष्ट किया है। 4 जून 2025 के अंतर्गत भेजे गए पत्र में रेलवे प्रशासन ने कई बिंदुओं पर स्थिति स्पष्ट की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, ज्ञापन में उठाए गए मुद्दों में से बिंदु 1, 2 और 4 में जिन मार्गों पर नई रेल सेवाएं शुरू करने की मांग की गई है जैसे आगरा कैंट-भरतपुर-आगरा कैंट से मथुरा-अलवर-जयपुर रूट वे मार्ग उत्तर पश्चिम रेलवे के जयपुर मण्डल के क्षेत्राधिकार में नहीं आते हैं। इसलिए वहाँ से दैनिक रेल सेवाओं का संचालन संभव नहीं है।
वहीं बिंदु 3 के तहत गोमतीनगर-जयपुर-गोमतीनगर ट्रेन को मथुरा-अलवर मार्ग से चलाने की मांग पर रेलवे ने स्पष्ट किया कि जयपुर स्टेशन पर सीमित पिट लाइन और प्लेटफॉर्म की सुविधा के कारण फिलहाल अतिरिक्त गाड़ियों का संचालन संभव नहीं है। रेलवे ने यह भी बताया कि यदि आगरा मण्डल और वाणिज्य विभाग से सहमति प्राप्त होती है, तो इस मार्ग पर सेवा शुरू करने की संभावना पर विचार किया जा सकता है। यात्रियों को असुविधा केवल इस वजह से हो रही है क्योंकि राज्य की राजधानी जयपुर स्टेशन पर सीमित सुविधाएं हैं । सोचिए स्वयं सरकारी विभाग सरकार की खामियां गिनवा रहा है। अगर इसी तरह की समस्या किसी बड़े तबके के लोगों को हो रही होती तो एक नया स्टेशन खड़ा करने में इन्हें 1 साल नहीं लगता ।