नाथद्वारा: पर्यटन और श्रद्धा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों को जोड़ने के लिए एक नई रेल सेवा की मांग ने जोर पकड़ लिया है। सोशल मीडिया पर यात्रियों और श्रद्धालुओं द्वारा रेल मंत्रालय एवं संबंधित अधिकारियों से वैरावल (सोमनाथ) से नाथद्वारा तक सीधी रेल सेवा शुरू करने की अपील की गई है।इस प्रस्तावित रेल मार्ग में अहमदाबाद, हिम्मतनगर, डूंगरपुर, जावर, उमरड़ा, उदयपुर, मावली होते हुए नाथद्वारा को जोड़े जाने की मांग की गई है। यह मार्ग सौराष्ट्र की प्रमुख धार्मिक नगरी बाबा सोमनाथ ज्योतिर्लिंग को मेवाड़ की श्रीजी बाबा की नगरी नाथद्वारा से जोड़ने का कार्य करेगा।
श्रद्धालुओं की मांग:
श्रद्धालुओं का कहना है कि ये दोनों स्थल न केवल धार्मिक आस्था के केंद्र हैं, बल्कि देश-विदेश से हजारों पर्यटक यहाँ प्रतिवर्ष आते हैं। ऐसे में इस रेल सेवा से धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, सस्ते और सुविधाजनक परिवहन की सुविधा मिलेगी, गुजरात और राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में विकास को गति मिलेगी। नाथद्वारा, डूंगरपुर और उदयपुर के स्थानीय सामाजिक संगठनों ने इस मांग का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि यह सेवा सीमावर्ती आदिवासी क्षेत्रों के लिए भी एक आर्थिक संजीवनी साबित होगी।
रेलवे के अधिकारियों, खासकर को टैग कर बड़ी संख्या में यूज़र्स ने ट्वीट किए हैं। उनका कहना है कि “जन-जन की आस्था के इन दो पवित्र स्थलों को जोड़ने वाली रेल सेवा न केवल श्रद्धालुओं को जोड़ने का कार्य करेगी, बल्कि क्षेत्रीय पर्यटन और व्यापार को भी नई दिशा देगी।” देखना यह है कि क्या रेलवे मंत्रालय इस मांग पर गंभीरता से विचार करता है और धार्मिक-सांस्कृतिक विरासत को जोड़ने वाली इस महत्वपूर्ण कड़ी को हकीकत में बदलता है या नहीं।