जोधपुर, 24 मई 2025: जोधपुर, पाली, जैसलमेर व बाड़मेर जिलों के शहरी एवं ग्रामीण राजकीय स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए सूचना–प्रौद्योगिकी आधारित नि:शुल्क ऑनलाइन समर कैंप आज से शुरू हो गया है। इनडीड फाउंडेशन के डिजिटल एम्पावरमेंट प्रोग्राम के तहत आयोजित इस 5 दिवसीय कैंप में विद्यार्थियों को मोबाइल एप डेवलपमेंट, रोबोटिक्स एवं आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस जैसी अत्याधुनिक तकनीकों की जानकारी दी जाएगी।
समर कैंप का आयोजन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड में किया जा रहा है। 19 मई से उमावि गुंडियाल नाड़ी में 10 दिवसीय ऑफलाइन कार्यक्रम आरंभ हो चुका है, जबकि 24 से 27 मई तक सुबह व शाम मोबाइल एप एवं रोबोटिक्स की क्लासेज ऑनलाइन चलेंगी। विद्यार्थी अपने मोबाइल फोन से आसानी से जुड़कर HTML, JavaScript में मोबाइल एप बनाना, टिंकरकैड व आर्डुइनो सेंसर के माध्यम से रोबोटिक्स प्रोजेक्ट तैयार करना, स्क्रैच में गेम व स्टोरी बनाना तथा ChatGPT जैसे उन्नत सॉफ्टवेयर पर कार्य करना सीखेंगे।
प्रशिक्षण एवं प्रमाणन:
कैंप के अंतर्गत 5 से 7 दिन की लाइव प्रोजेक्ट ट्रेनिंग दी जाएगी, जिसे सफलतापूर्वक पूरा करने वाले छात्रों को सर्टिफिकेट प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा। महात्मा गांधी विद्यालय (पाल गांव), राउमावि कुम्हार पाड़ा (जैसलमेर), बाड़मेर व पाली के स्कूलों में भी समान कार्यक्रम चलेंगे।
अमेरिकी वालंटियर व स्थानीय टीम की भूमिका:
अमेरिका के वालंटियर सिद्धार्थ तथा संस्था के मोहम्मद साजिद व जीवंत युवा ट्रेनरों के माध्यम से यह कैंप संचालित होगा। प्रोग्राम लीडर मोहम्मद साजिद के अनुसार, “इस कैंप का उद्देश्य सरकारी स्कूल के छात्रों में 21वीं सदी के आवश्यक कौशल विकसित करना एवं आधुनिक तकनीक से अवगत कराना है।”
आवश्यकता व प्रासंगिकता:
वर्तमान समय में तकनीकी शिक्षा पर ध्यान न देने से ग्रामीण क्षेत्रों के छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं व नौकरी के अवसरों में पिछड़ते जा रहे हैं। ऐसे में यह समर कैंप छात्रों को डिजिटल दुनिया से जोड़ने, आत्मविश्वास बढ़ाने और भविष्य की मांगों के अनुरूप तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। फाउंडेशन चेयरमैन विक्रम राजोला ने बताया कि “इस तरह के आयोजन से विद्यार्थियों में नवाचार की भावना जगेगी और वे प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं के लिए संगठित ढंग से तैयार हो सकेंगे।” इस पहल से न केवल छात्रों को मुफ्त में तकनीकी शिक्षा मिलेगी, बल्कि ग्रामीण-शहरी असमानता को भी कुछ हद तक दूर करने का मार्ग प्रशस्त होगा, जो आज के समय में अत्यंत महत्वपूर्ण है।