जालोर जिले के रानीवाड़ा कस्बे में आज भव्य ‘तिरंगा यात्रा’ का आयोजन हुआ, जिसमें हजारों देशभक्तों ने भाग लेकर देशप्रेम और एकता का अद्वितीय संदेश दिया। इस आयोजन में स्थानीय नागरिकों के साथ-साथ विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं और युवा संगठनों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस अवसर पर पूर्व विधायक श्री नारायण सिंह देवल की गरिमामयी उपस्थिति रही, जिन्होंने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा, “तिरंगा केवल एक ध्वज नहीं, बल्कि यह हमारे स्वाभिमान, बलिदान और संकल्प का प्रतीक है। हमें इसे केवल पहनावा नहीं, बल्कि आदर्श मानकर जीवन में उतारना चाहिए।”
हम सभी को यह समझना होगा कि असली देशभक्ति केवल नारों या आयोजनों तक सीमित नहीं है। जब हर नागरिक अपना काम पूरी ईमानदारी और निष्ठा से करता है — चाहे वह शिक्षक हो, किसान, डॉक्टर, सिपाही या व्यापारी — तभी राष्ट्र सशक्त बनता है। स्वच्छता से लेकर तकनीकी नवाचार तक, हर छोटे से बड़ा योगदान देशप्रेम का ही रूप है। अगर हम अपने दायित्वों को दिल से निभाएं, तो यही असली राष्ट्रसेवा होगी।
वर्तमान केंद्र सरकार के कई फैसले, विशेष रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिए गए कुछ ऐतिहासिक निर्णय, निश्चित ही देश की दिशा और दशा बदलने वाले साबित हुए हैं। लेकिन लोकतंत्र में अंधभक्ति की कोई जगह नहीं होनी चाहिए। हमें नेताओं को भगवान नहीं, जनसेवक मानना चाहिए। अब वक्त आ गया है कि हम ऐसे नए नेतृत्व को जन्म दें जो युवाओं की आवाज़ सुने, उनकी समस्याओं को समझे और उनके समाधान के लिए तत्पर रहे।
तिरंगा यात्रा के दौरान पूरा वातावरण ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम्’ जैसे नारों से गूंज उठा। बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी में देशभक्ति का अभूतपूर्व उत्साह देखने को मिला। यह आयोजन न केवल एकता और गर्व का प्रतीक बना, बल्कि आत्मचिंतन का अवसर भी दिया कि देश के प्रति हमारा कर्तव्य क्या है। रानीवाड़ा की धरती आज साक्षी बनी उस भावना की, जो कहती है “देश प्रेम केवल कहने से नहीं, करने से होता है।”