विश्व उच्च रक्तचाप दिवस के अवसर पर शनिवार को कोटा जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा व्यापक स्तर पर जागरूकता और स्क्रीनिंग कैंपों का आयोजन किया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. नरेंद्र नागर ने जानकारी दी कि जिले के सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों पर 30 वर्ष से अधिक आयु वाले नागरिकों की निशुल्क बीपी (ब्लड प्रेशर) और शुगर की जांच की गई।
इस अभियान का उद्देश्य हायपरटेंशन (उच्च रक्तचाप) जैसी गंभीर लेकिन अक्सर अनदेखी की जाने वाली बीमारी के प्रति आमजन को जागरूक करना था। इस अवसर पर विशेषज्ञ डॉक्टरों ने हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण, उसके दुष्प्रभाव, बचाव और नियंत्रण के उपायों पर विस्तार से जानकारी दी। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को बताया कि नियमित योग, व्यायाम, संतुलित आहार, मानसिक तनाव से बचाव, और नशे से दूरी जैसे उपाय अपनाकर हायपरटेंशन को प्रभावी रूप से नियंत्रित किया जा सकता है। खासतौर पर नमक और तेल की मात्रा सीमित करने, शराब व धूम्रपान से परहेज करने की सलाह दी गई।
डॉ. नागर ने बताया कि इस वर्ष विश्व उच्च रक्तचाप दिवस केवल एक दिन तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसे एक माह तक चलने वाले विशेष अभियान के रूप में मनाया जा रहा है। इस वर्ष की थीम है “कार्डियोवस्कुलर हेल्थ फॉर एवरीवन”, जिसके तहत 16 जून तक जिलेभर में जागरूकता गतिविधियों और स्क्रीनिंग शिविरों का आयोजन किया जाएगा।
इस अभियान में सोशल मीडिया, प्रिंट मीडिया, मिड मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का उपयोग कर हायपरटेंशन से बचाव और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के संदेश को आमजन तक पहुंचाया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य है कि इस मुहिम के जरिए लोगों में नियमित स्वास्थ्य जांच की आदत डाली जाए और वे समय रहते बीमारियों की पहचान कर उपचार करवा सकें। जिलेवासियों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन समाज में स्वास्थ्य के प्रति चेतना जगाने में अत्यंत सहायक हैं।