झालावाड़: बेटियों को बनाया जाएगा प्रेरणा स्रोत और ब्रांड एम्बेसडर। झालावाड़ जिले में “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” अभियान को एक नई दिशा देने के उद्देश्य से जिला टास्क फोर्स एवं महिला समाधान समिति की बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ ने कहा कि बेटियों को बेहतर शिक्षा, आत्मबल, साहस और उत्तम स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना प्रशासन की शीर्ष प्राथमिकता है।
कलेक्टर राठौड़ ने कहा कि बालिकाओं को जागरूकता कार्यक्रमों की मुख्य भागीदार बनाया जाएगा। उन्होंने निर्देश दिए कि जिले में ब्लॉक स्तर पर विशेष अभियान चलाए जाएं, जिनमें छात्राओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाए। इसके माध्यम से उन्हें आत्मविश्वास और नेतृत्व के अवसर मिलेंगे।उन्होंने यह भी घोषणा की कि जिले की प्रतिभाशाली बालिकाओं को अभियान का ब्रांड एम्बेसडर बनाया जाएगा, ताकि वे अन्य छात्राओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकें। इससे बालिकाओं में प्रतिस्पर्धा की भावना बढ़ेगी और वे सामाजिक बदलाव की अग्रदूत बनेंगी।
बैठक में महिला एवं बाल विकास, शिक्षा, चिकित्सा, सूचना एवं जनसंपर्क, पंचायतीराज सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। सभी विभागों को आपसी समन्वय से कार्य योजना तैयार करने और हर माह प्रगति की समीक्षा करने के निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने कहा कि यह केवल एक योजना नहीं, बल्कि सामाजिक चेतना का अभियान है, जिसे जन-आंदोलन का रूप देकर जिले की हर बेटी तक पहुंचाया जाएगा।