राजस्थान में गर्मी का हाहाकार , प्रदेश वासियों के लिए ग्रीष्म ऋतु की कोई कोई नई चुनौती नहीं है , और सरकार ने भी अपनी कमर कस ली है , की इस गर्मी पानी की किल्लत ना हो।
इसी सिलसिले में हर जिले के बारे में सरकार द्वारा लगातार अपडेट लिया जा रहा है। इसी के तहत झुंझुनूं में गर्मियों में पानी की समस्या न हो, इसके लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है।
पिलानी में बनेंगे सोलर संचालित ट्यूबवेल
डीएमएफटी फंड से 22.46 करोड़ की सौगात
सरकार ने डीएमएफटी (जिला खनिज न्यास निधि) फंड से कुल 22 करोड़ 46 लाख 38 हजार रुपए की लागत से 263 विकास कार्यों को हरी झंडी दी है। इस योजना के तहत न केवल सोलर ट्यूबवेल लगाए जाएंगे, बल्कि पुराने नलकूपों का गहरीकरण, नए नलकूपों की खुदाई, पाइपलाइन बिछाने, जीएलआर टंकी निर्माण और बिजली कनेक्शन जैसे कार्य भी शामिल हैं।
बिजली बिल से राहत, ट्यूबवेल सोलर ऊर्जा से संचालित होंगे
सोलर संचालित ट्यूबवेल की सबसे बड़ी विशेषता यह होगी कि इन्हें बिजली कनेक्शन की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे न केवल बिजली बिल से राहत मिलेगी बल्कि निर्बाध जल आपूर्ति भी सुनिश्चित की जा सकेगी।
कलेक्टर ने दिए कार्य प्रारंभ करने के निर्देश
झुंझुनूं कलेक्टर रामावतार मीणा ने जानकारी देते हुए बताया कि संबंधित कार्यकारी एजेंसियों – पीएचईडी और पंचायत समितियों को जल्द से जल्द तकनीकी और वित्तीय स्वीकृति प्राप्त कर कार्य शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।
क्षेत्रवार विकास कार्यों का विवरण
सूरजगढ़ – 60 कार्य, लागत ₹4.44 करोड़
खेतड़ी – 44 कार्य, लागत ₹5.26 करोड़
मंडावा – 11 कार्य, लागत ₹1.36 करोड़
झुंझुनूं – 29 कार्य, लागत ₹2.85 करोड़
नवलगढ़ – 45 कार्य, लागत ₹2.27 करोड़
पिलानी – 40 कार्य, लागत ₹2.84 करोड़
उदयपुरवाटी – 34 कार्य, लागत ₹3.41 करोड़
पिलानी में पंचायत समितियों के ज़रिए होगा काम
पिलानी विधानसभा क्षेत्र में सभी कार्य पंचायत समितियों के माध्यम से कराए जाएंगे, जबकि अन्य क्षेत्रों में पीएचईडी और पंचायत समिति दोनों ही एजेंसियां मिलकर कार्य करेंगी।
सरकार की इस पहल से झुंझुनूं जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पानी की पुरानी समस्या से काफी हद तक राहत मिलने की उम्मीद है। कुल 263 कार्यों के माध्यम से जिले में 160 से अधिक नए ट्यूबवेल लगाए जाएंगे, जिससे ग्रीष्म ऋतु में पेयजल संकट को दूर करने में मदद मिलेगी।
– केवली कबीर जैन
(लेखक पत्रकारिता के विद्यार्थी ,अध्येता और स्तंभकार हैं)