हिंद और सिंध के बीच सदियों से रोटी-बेटी का नाता रहा है, लेकिन पहलगाम में हुई आतंकी घटना ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा दिया हैं । इसके कारण सीमावर्ती इलाकों के वैवाहिक कार्यक्रम में इसका असर देखने को मिल रहा हैं।
क्या हैं मामला?
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में सोढा राजपूत अपने गौत्र को मानते हुए सीमापार बाड़मेर में अपने वैवाहिक संबंध स्थापित करते हैं।इसी क्रम में बाड़मेर के शैतान सिंह का पाकिस्तान के अमरकोट निवासी एक परिवार में रिश्ता तय हुआ था।विवाह के लिए निर्धारित तिथी 30 अप्रैल को लेकर दोनो परिवारो में हर्षोल्लास का माहौल था, इसी क्रम में बारात बाडमेर से पाकिस्तान जाने के लिए अटारी बॉर्डर पहुंच गई। लेकिन उन्होंने बॉडर पर ही पाकिस्तान जाने से रोक दिया गया।इसके बाद वो बार्डर से वापस लौट आए।
चार साल पहले हुई थी सगाई
जानकारी के अनुसार संजय सिंह और केसर कंवर की सगाई करीब चार साल पहले हुई थी। केसर कंवर का वीजा न बढ़ने के चलते वापस पाकिस्तान जाना पड़ा था। इसके बाद बड़ी जद्दोजहद के बाद संजय सिंह और उसके परिवार व कुछ अन्य लोगों को वीजा मिला था। इसकी अवधि 12 मई तक है।शैतान सिंह ने कहा कि उन्हें लंबे इंतजार के बाद मुश्किल से वीजा मिला था। अब उसकी शादी तय हुई, तो उन्हें जाने नहीं दिया जा रहा है। उसने कहा कि पाकिस्तान में उसकी पत्नी केसर कंवर के घर पर भी शादी की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। वहां लोग उनका इंतजार कर रहे हैं। उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने अपील की है कि भारत सरकार उन्हें पाकिस्तान जाने की इजाजत दे।
भारत सरकार ने 48 घंटे में पाकिस्तानियों को भारत छोड़ने के लिए जारी किया है एडवाइजरी
पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों को 27 अप्रैल तक और मेडिकल वीजा वाले को 29 अप्रैल तक भारत छोड़ने का निर्देश जारी कर दिया हैं।अपने भारतीय नागरिकों को भी जल्द से जल्द पाकिस्तान से बाहर आ जाने का निर्देश दिया है।