मुंबई में हुए 26/11 आतंकी हमलों के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा को अमेरिका से प्रत्यर्पण के बाद गुरुवार को भारत लाया गया। अमेरिकी मार्शलों ने कैलिफोर्निया के सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट में उसे भारतीय अधिकारियों को सौंपा, जिसके बाद विशेष विमान से उसे दिल्ली लाया गया।
गुरुवार शाम 6:22 बजे उसकी फ्लाइट पालम एयरपोर्ट पर उतरी, जहां सुरक्षा एजेंसियों ने उसे तुरंत हिरासत में ले लिया। एयरपोर्ट पर ही उसकी मेडिकल जांच हुई और फिर एनआईए ने उसे औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया।
NIA ने 20 दिन की रिमांड मांगी, 18 दिन की कस्टडी मिली
तहव्वुर राणा को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया, जहां एनआईए ने उसकी 20 दिनों की रिमांड की मांग की। एजेंसी ने कोर्ट में पुख्ता सबूतों का हवाला दिया, जिनमें ईमेल्स और अन्य डिजिटल रिकॉर्ड शामिल हैं, जो 26/11 हमले की साजिश को उजागर करने में मदद करेंगे। कोर्ट ने तहव्वुर राणा को 18 दिनों की रिमांड पर भेज दिया, जिससे अब एनआईए उससे गहन पूछताछ कर सकेगी।
पहले दिन परिवार और संपर्कों पर होगी पूछताछ
सूत्रों के मुताबिक, तहव्वुर राणा से पूछताछ का पहला दौर उसके पारिवारिक और व्यावसायिक संपर्कों पर केंद्रित रहेगा। एजेंसियां यह जानने का प्रयास करेंगी कि उसने हमलों की साजिश में किस-किस की मदद ली और कौन-कौन उसके नेटवर्क में शामिल था।
अमेरिका ने जारी की प्रत्यर्पण की तस्वीरें
अमेरिकी डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस ने तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण की तस्वीरें जारी की हैं, जिनमें वह बेड़ियों में जकड़ा नजर आ रहा है।
अजमल कसाब और जबीउद्दीन अंसारी उर्फ अबू जुंदाल के बाद तहव्वुर राणा तीसरा ऐसा अपराधी है, जिस पर भारत में 26/11 मुंबई हमले को लेकर मुकदमा चलेगा।
क्यों है तहव्वुर राणा अहम?
मुंबई हमले का साजिशकर्ता: तहव्वुर राणा पर लश्कर-ए-तैयबा के साथ मिलकर मुंबई आतंकी हमले की योजना बनाने का आरोप है।
अमेरिका से प्रत्यर्पण: लंबे कानूनी संघर्ष के बाद उसे भारत लाने में सफलता मिली।
एनआईए की जांच: अब उससे हमले के मास्टरमाइंड्स, पाकिस्तान में उसके संपर्कों और हमले की विस्तृत योजना पर पूछताछ होगी।
तहव्वुर राणा की गिरफ्तारी भारत की सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक महत्वपूर्ण सफलता है। एनआईए अब उसकी कस्टडी में गहन पूछताछ कर यह जानने का प्रयास करेगी कि 26/11 हमलों के पीछे कौन-कौन था और क्या इससे जुड़े अन्य आरोपी भी भारत की गिरफ्त में आ सकते हैं।