जैसलमेर के काहला फांटा के पास रॉयल्टी ठेकेदार और विधायक छोटू सिंह भाटी के बेटे भवानी सिंह के बीच झड़प का मामला सामने आया है। यह विवाद इतना बढ़ गया कि भवानी सिंह ने सदर पुलिस थाने में हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराया। मामले की गंभीरता को देखते हुए जैसलमेर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 21 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
झगड़े की वजह: कमीशन को लेकर विवाद
रॉयल्टी ठेकेदार राजू सिंह ने आरोप लगाया है कि जैसलमेर विधायक के बेटे भवानी सिंह भाटी ने क्षेत्र में काम करने वाले ठेकेदारों से 20% कमीशन मांगा। आरोप यह भी है कि यदि कमीशन नहीं दिया जाता, तो ठेकेदारों को काम करने से रोका जाता। यह विवाद बढ़ने के बाद भवानी सिंह और ठेकेदारों के बीच झड़प हो गई, जिसके बाद मामला पुलिस तक पहुंचा।
जांच की जरूरत और न्याय की मांग
इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए ताकि सच्चाई सामने आ सके। यदि आरोप सही साबित होते हैं, तो राजू सिंह, छोटू सिंह और भवानी सिंह सहित सभी दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। इस घटना ने प्रशासनिक भ्रष्टाचार और राजनीतिक दखलअंदाजी को उजागर किया है, जो सिस्टम में सुधार की आवश्यकता को दर्शाता है।
पुलिस को निष्पक्ष जांच कर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई भी आरोपी बच न पाए और दोषियों को कानून के तहत सख्त सजा मिले।
इस मामले ने जैसलमेर में भ्रष्टाचार और राजनीतिक हस्तक्षेप को एक बार फिर से उजागर किया है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इसे कितनी निष्पक्षता से हैंडल करता है और क्या ठेकेदारों को न्याय मिल पाता है या नहीं।