2024 NEET घोटाले ने पकड़ी हवा, लेकिन कब तक?
2024 NEET घोटाले ने मीडिया में हलचल मचा दी, लेकिन इससे पहले हुए प्रवेश परीक्षा घोटालों पर चर्चा ठंडी पड़ गई। ऐसा लगता है कि देश में समस्याओं पर बहस करना तो आसान है, लेकिन उनके समाधान निकालने में लोग असहज महसूस करते हैं। जब तक कोई नया घोटाला सामने नहीं आएगा, तब तक यह मुद्दा भुला दिया जाएगा।
राजस्थान SI परीक्षा घोटाला: चयन प्रक्रिया पर सवाल
2021 में राजस्थान की सब-इंस्पेक्टर (SI) परीक्षा में विशेष जांच दल (SIT) की रिपोर्ट ने बड़े घोटाले का पर्दाफाश किया। रिपोर्ट के अनुसार:
- 13 सितंबर की परीक्षा में 157 उम्मीदवार सफल हुए।
- 14 सितंबर की परीक्षा में यह संख्या बढ़कर 269 हो गई।
- 15 सितंबर की परीक्षा में 433 उम्मीदवार पास हो गए।परीक्षा तीन दिनों तक चली, लेकिन 15 सितंबर को उत्तीर्ण होने वालों की संख्या असामान्य रूप से अधिक थी। यह दर्शाता है कि चयन प्रक्रिया में अनियमितताएं थीं।
घोटालों का असर: बढ़ता अपराध दर
859 उम्मीदवारों को इस परीक्षा में चुना गया, लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या इतने कम अधिकारियों से प्रदेश की कानून-व्यवस्था बेहतर हो सकती है? इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, 2021 की तुलना में 2022 में राजस्थान में अपराध दर 10% बढ़ गई। यह साफ दिखाता है कि अव्यवस्था का प्रभाव कितनी जल्दी देखने को मिलता है।
घोटाले बनाम सरकारी नियम
सरकार ने परीक्षाओं को निष्पक्ष बनाने के लिए मल्टीपल फेस परीक्षा प्रणाली लागू की, लेकिन इसके बावजूद घोटालेबाजों ने अपनी जगह बना ली। पहले परीक्षाएं संचालित करने वाली संस्थाओं में भ्रष्टाचार होता था, लेकिन अब सरकारी तंत्र में घुसने के लिए भी भ्रष्टाचार हो रहा है।
8 लाख उम्मीदवारों में से केवल 800 को चुना जाता है, लेकिन असली सवाल यह है कि इन 800 में कितने वाकई ईमानदार होते हैं?