कोटाः एशिया की सबसे बड़ी भामाशाह मंडी में जाम की स्थिति लगातार आवक से बनें जाम के हालात, मंडी के विस्तार की प्रक्रिया भी हुई तेज होने की बात की जा रही है।
अचानक भीड़ का कारण
मंडियों का यह हाल उस शहर में है जहां से सांसद खुद स्पीकर ओम बिरला है। ऐसा माना जा रहा है कि ओम बिरला ने इस दिशा में निरंतर रूप से प्रयास किया है। बावजूद इसके यह ध्यान नहीं रखा गया की हाल ही में गेहूं की कटाई हुई है और गेहूं सुख करके बिकने के लिए तैयार हैं। ऐसे मौकों पर सरकार को पहले से ही तैयारी कर लेनी चाहिए।
भामाशाह मंडी का होगा विस्तार
अभी की परिस्थितियों को देखते हुए विस्तार बाद में ही होगा। यह सुनिश्चित भी किया जाना चाहिए कि अगली फसल के से पहले विस्तार हो चुका हो। कम से कम इस बात की तो खेर है कि इस वर्ष गेहूं की फसल अच्छी हुई है। शायद मंडी में और भीड़ बढ़ने की आकांक्षा है इस चुनौती को ध्यान में रखते हुए मौजूद किसानों की फसल जल्दी से जल्दी खरीदी जानी चाहिए ताकि नए किसानो के लिए जगह बनाई जा सके।
किसानों की लाचारी
किसान बेबस है उनके पास और कोई रास्ता नहीं है कि वह अपनी फसल सुनिश्चित दामों में कहीं और भेज सकें। मंडियों में ऐसे हाल आमतौर पर किसी एक मौसमी फसल के काटने के बाद ही लगते हैं। क्योंकि किसान इस देश की नींव है उनकी समस्याएं देश की सर्वोपरि समस्याओं में गिनी जानी चाहिए।