जयपुर के महेश नगर स्थित JDA पार्क में आज एक बार फिर फर्स्ट ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा स्थगित कराने की मांग को लेकर युवाओं ने मोर्चा खोला। सैकड़ों युवाओं ने आँखों पर काली पट्टी बाँधकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया, जिससे सरकार और परीक्षा आयोजकों का ध्यान आकर्षित हो। राज्य के बेरोजगार युवाओं ने आरोप लगाया कि परीक्षा तिथि इसी माह में होनी है, लेकिन बिना किसी पूर्व सूचना या उचित समयावधि के इसे पोस्टपोंड किया जा सकता है इससे उनकी तैयारी और भविष्य दोनों पर प्रभाव पड़ेगा।
प्रदर्शन का नेतृत्व युवा नेता मनोज मीणा ने किया, जो ‘युवाशक्ति एकीकृत महासंघ’ से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने पहले भी RPSC के RAS जैसे अन्य भर्ती परीक्षाओं की तिथि स्थगित की थी और अब फर्स्ट ग्रेड परीक्षा में वही दोहरी नीति अपनाई जा रही है । युवाओं ने चेतावनी दी कि परीक्षा की तारीख में बदलाव उनके साथ अन्याय होगा, और यदि उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे 6 जून से द्वार-2 आंदोलन शुरू करेंगे।
युवाओं ने तीन स्तरों पर चरणबद्ध आंदोलन की रूपरेखा तैयार की है:
1. 6 जून: जनप्रतिनिधियों को पत्र लिखकर उनसे समर्थन मांगा जाएगा।
2. 7 जून: ‘अधिकारियों को पकड़ो’ अभियान के माध्यम से प्रशासनिक अफसरों से जबावदेही तय की जाएगी।
3. 8 जून: ‘नेताओं को पकड़ो’ के ज़रिए राजनीतिक नेताओं से सीधा संवाद और जवाब माँगा जाएगा ।
इस शांतिपूर्ण रैली में अभ्यर्थियों ने सरकार से सवाल किया: अगर लगातार परीक्षाओं की तिथियों में फेरबदल जारी रहा, तो बेरोजगार युवाओं का मनोबल और आर्थिक बजट कैसे संभलेगा? उन्होंने कहा कि परीक्षा की घोषणा के बाद वक्त पर परीक्षा कराना उनकी नैतिक और संवैधानिक मान्यता बनती है। मुख्य रूप से युवाओं की यह खींचतान सरकार के शिक्षा और भर्ती नीतियों में पारदर्शिता की मांग को बल देती है। भविष्य में इसी जेहेब से ऐसे जोखिमों और अस्वस्थ प्रतिस्पर्धी माहौल से बचने की आवश्यकता है। युवा नेता मनोज मीणा ने कहा कि उनका आंदोलन शांतिपूर्ण रहेगा लेकिन अगर बात नहीं बनी तो इसकी तीव्रता बढ़ेगी।