जयपुर स्थित ऐतिहासिक गोविंद देवजी मंदिर में श्रद्धालुओं को अब भगवान के दर्शन मात्र 40 सेकंड के लिए और करीब 25 फीट की दूरी से ही करने की अनुमति है। इस नई व्यवस्था को लेकर श्रद्धालुओं में भारी नाराजगी देखी जा रही है। मंदिर प्रशासन द्वारा की गई इस व्यवस्था में अब भजन और कीर्तन पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह परंपरा वर्षों से चली आ रही थी, जिससे मंदिर परिसर में भक्ति का वातावरण बना रहता था। अब इन धार्मिक गतिविधियों पर रोक लगने से श्रद्धालु खुद को ईश्वर से दूर महसूस कर रहे हैं।
कॉन्ग्रेस नेता पुष्पेन्द्र भारद्वाज ने इस मुद्दे पर आपत्ति जताते हुए कहा कि मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं को भगवान से दूर कर दिया है। उन्होंने मांग की कि इस प्रकार की दूरी और समय सीमा जैसी व्यवस्थाएं तुरंत हटाई जाएं, जिससे आम श्रद्धालु फिर से भक्ति भाव से दर्शन कर सकें और मंदिर की पारंपरिक गरिमा बनी रहे। श्रद्धालुओं और सामाजिक संगठनों का कहना है कि मंदिर जनता की आस्था का केंद्र है, और ऐसी पाबंदियां आस्था पर कुठाराघात हैं।