नागौर, 8 जून 2025: नागौर जिले के टहल गांव से आए प्रतिनिधिमंडल ने राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के ओंकार सिंह लखावत से मुलाकात कर राज्य में कार्यरत कंप्यूटर अनुदेशकों की समस्याओं को लेकर विस्तृत चर्चा की। प्रतिनिधिमंडल ने लखावत जी को ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि राज्य के हजारों कंप्यूटर अनुदेशक वर्षों से अस्थायी आधार पर कार्य कर रहे हैं, जबकि वे शिक्षा व्यवस्था में एक आवश्यक भूमिका निभा रहे हैं।

मुख्य समस्या:

कंप्यूटर अनुदेशकों की प्रमुख समस्या यह है कि वे पिछले कई वर्षों से कार्यरत होने के बावजूद उन्हें स्थायी नियुक्ति नहीं दी गई है। इसके अलावा, उन्हें नियमित वेतनमान, सेवा सुरक्षा, पदोन्नति के अवसर और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से वंचित रखा गया है। कई बार सरकार द्वारा आश्वासन दिए जाने के बावजूद उनकी मांगों पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है। प्रतिनिधिमंडल ने यह भी बताया कि वर्तमान डिजिटल युग में कंप्यूटर शिक्षा अत्यंत आवश्यक है, और अनुदेशकों के बिना यह व्यवस्था बाधित हो सकती है। अनुदेशकों ने मांग की है कि या तो उन्हें शिक्षा विभाग में स्थायी किया जाए या नियमितिकरण की प्रक्रिया शीघ्र प्रारंभ की जाए।

ओंकार सिंह लखावत का आश्वासन:

श्री लखावत ने प्रतिनिधिमंडल की बात को गंभीरता से सुना और आश्वासन दिया कि वे यह मुद्दा राजस्थान के शिक्षा मंत्री तक पहुंचाएंगे। उन्होंने कहा कि कंप्यूटर अनुदेशकों की भूमिका शिक्षा की गुणवत्ता में महत्वपूर्ण है और सरकार को इस दिशा में शीघ्र निर्णय लेना चाहिए। इस मुलाकात में टहल गांव के कई साथी, सामाजिक कार्यकर्ता और कंप्यूटर अनुदेशक शामिल रहे। सभी ने एकजुटता के साथ अपनी मांगें रखीं और न्याय की उम्मीद जताई।

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