जयपुर: भारत द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत मिसाइल हमलों के बाद, देशभर में नागरिक सुरक्षा की तैयारियों को परखने के लिए व्यापक मॉकड्रिल्स आयोजित की गईं। जयपुर में भी आज सुबह एक हवाई हमले की मॉकड्रिल आयोजित की गई, जिसमें सायरन बजाकर आपातकालीन स्थिति का अभ्यास किया गया।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ की पृष्ठभूमि

6 मई को भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर में स्थित नौ आतंकवादी ठिकानों पर 24 सटीक मिसाइल हमले किए। इन ठिकानों में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों के मुख्यालय और प्रशिक्षण केंद्र शामिल थे, जो भारत में आतंकवादी हमलों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने के लिए जिम्मेदार माने जाते हैं ।

जयपुर में मॉकड्रिल का आयोजन

जयपुर में मॉकड्रिल के दौरान, सुबह अचानक सायरन बजाए गए, जिससे नागरिकों को हवाई हमले की चेतावनी दी गई। इसके बाद, नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने, आपातकालीन सेवाओं की प्रतिक्रिया समय की जांच, और संचार प्रणालियों की कार्यक्षमता का परीक्षण किया गया। इस अभ्यास का उद्देश्य नागरिकों को आपातकालीन परिस्थितियों में सही निर्णय लेने के लिए प्रशिक्षित करना और सुरक्षा एजेंसियों की तैयारियों को परखना था।

राष्ट्रीय स्तर पर मॉकड्रिल्स

देशभर में लगभग 300 जिलों में, जिनमें 100 “अत्यधिक संवेदनशील” स्थान शामिल हैं, जैसे दिल्ली, परमाणु संयंत्र, सैन्य अड्डे, रिफाइनरी और जलविद्युत बांध, में मॉकड्रिल्स आयोजित की गईं। इन अभ्यासों में हवाई हमले की चेतावनी सायरन, ब्लैकआउट उपाय, नागरिकों को बंकरों में ले जाना, और आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणालियों की जांच शामिल थी ।

प्रशासन की अपील

प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे इन मॉकड्रिल्स को गंभीरता से लें और अभ्यास के दौरान सहयोग करें, ताकि किसी भी वास्तविक आपदा की स्थिति में जान-माल की रक्षा सुनिश्चित की जा सके।

Share.
Leave A Reply

Exit mobile version